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वरिष्ठ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री दिवाकर भट्ट जी के निधन का दुखद समाचार मिला है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
।।ॐ शांति।।
हर समाज के लिए विचारणीय:

(1) आज काफी लड़कियों के माँ- बाप अपनी बेटियों की शादी में बहुत विलंब कर रहे हैं उनको अपने बराबरी के रिश्ते पसंद नहीं आते और जो बड़े घर पसंद आते हैं उनको लड़की पसंद नहीं आती,शादी की सही उम्र 20 से 25 होती है। आज माँ-बाप ने और अच्छा करते-करते उम्र 30 से 36 कर दी है,जिससे उनकी बेटियों के चेहरे की चमक भी कम होती जाती है,और अधिक उम्र में  शादी होने के उपरांत वो लड़का उस लड़की को वो प्यार नहीं दे पाता जिसकी  हकदार वो लड़की है किसी भी समाज में 30% डिवोर्स की वजह यही दिखाई दे रही है,आज जीने की उम्र छोटी हो चुकी है,पहले की तरह 100+ या 80+ नहीं होती। अब तो केवल 65+ तक जीने को मिल पायेगा,इसी वजह से आज लड़के उम्र से पहले ही बूढ़े नजर आते हैं,सर गंजा हो जाता है।
(2)आज ज्यादातर लड़की वाले लड़के वालों को वापस हाँ /ना का जवाब नहीं दे रहे हैं,संभवत: कुछ लोग मन में आपको बुरा-भला बोलते होंगे। आप अपनी लाडली का घर बसाने निकले हैं, किसी का अपमान करना अच्छा नही होता। कृपया आप लड़के वालों से सम्मान जनक जरूर बात करें।
(3) कुंडली मिला के जिन्होंने भी रिश्ते किये,आज उनके भी रिश्ते टूटे हैं,फिर आप लोग क्यों कुंडली का जिक्र कर के रिश्ता ठुकरा देते हैं। इतिहास गवाह है,हमारे पूर्वजों ने शायद कभी कुंडली नहीं मिलाई और सकुशल अपनी शादी की 75 वीं सालगिरह तक मनाई आप कुंडली को माध्यम बनाके बच्चों को घर में बिठा के रखे हैं। उमर बढ़ती जा रही है,आता-जाता हर यार-दोस्त-रिश्तेदार सवाल कर जाता है, कब कर रहे हो शादी..? आपसे 10 वर्ष कम आयु के लोगों को 8 साल के बच्चे भी हो गए आप 32-35 में शादी करेंगे तो आपके बच्चों की शादी के वक्त आप अपने ही बच्चों के दादा- दादी नजर आएंगे।
(4) आप घर कैसा भी चयन करें! लड़की का भाग्य उसके पैदा होने से पहले ही भगवान ने लिख दिया है। भाग्य में सुख लिखे हैं तो अंधेरे घर में भी रोशनी कर देगी और दुख लिखे हैं तो पैसे वाले भी डूब जाते हैं।
(5) अंतिम में बस इतना ही कहना है कि अपने बच्चों की उम्र बर्बाद ना करें,गयी उम्र लौट कर नहीं आती,दूसरों को देख कर अपने लिए भी वैसा ही रिश्ता देखना मूर्खता है आप अपने बच्चों की बढ़ती उम्र के दुख को समझिए रिश्ता वो करिये,जिस में लड़के वालों में लालच ना हो। लड़का संस्कारी हो,जो आपकी बेटी को प्यार करे,उसकी इज्जत करे। उम्र बहुत छोटी है । आप इतने जमीन-जायदाद देख कर क्या कर लेंगे ? कौन अपने साथ एक तिनका भी ले जा पाया है ! बच्चों की बाकी उम्र उनके जीवन साथी के साथ जीने दीजिये।समय बहुत बलवान है। आज की लड़कियाँ पढ़ी-लिखी हैं,वो अपने परिवार के साथ कुछ अच्छा तो कर ही सकती हैं।
(6) अपनी लड़कियों के लिए साधन संपन्न घर में रिश्ता तलाशने की बजाय संस्कारी घर में तलाश करें। योग्यता होगी तो साधन सम्पन्न वे खुद हो जाएंगे और सही मायने में तभी उसकी कद्र करेंगे
(7) यदि कन्या वाले मध्यम वर्गीय परिवार से हैं तो अपने बीच के परिवार से ही रिश्ता करिये, आपकी लड़की अपना भाग्य खुद सँवार लेगी, योग्यता और संस्कार के बूते ।

गहरे मन से विचार करें। जरूर आपको एक उम्मीद की रोशनी दिखेगी, और रिश्तों की राह आसान हो जाएगी l

अगर आपकी बेटी के भाग्य में सुख है तो मिलेगा अगर नहीं तो कितने भी अमीर घराने में शादी करो वो कभी खुश नहीं रह सकती (रवि भूषण चावला)एडवोकेट

🙏🏻🙏🏻
सुप्रभात, मां गंगा जी की कृपा से आपका दिन मंगलमय हो 🙏🙏🙏🙏
यह तस्वीर आज-कल की कड़वी सच्चाइयों को ऐसे दिखाती है जैसे किसी ने हमारे समाज के आईने पर धूल झाड़ दी हो।
पैसों की इस गड्डी और नोटों पर उगते “पौधे” की तरह, रिश्ते भी वहीं बढ़ते हैं जहाँ स्वार्थ की खाद ज़्यादा हो।
आज का दौर ऐसा है जहाँ इंसान की इज़्ज़त नहीं—उसकी कमाई, घर और गाड़ियों का “ब्रांड” पूछा जाता है।
कड़वा है… लेकिन सच है।

अगर आप भी मानते हैं कि रिश्ते दिल से होने चाहिए, जेब से नहीं—तो यह पोस्ट आपके लिए है। 🌱💯

#TruthOfLife #RealityCheck #MoneyMindset #SocietyFacts #ViralPost #HindiQuotes #LifeLessons

वरिष्ठ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री दिवाकर भट्ट जी के निधन का दुखद समाचार मिला है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
।।ॐ शांति।।

सेवा मे जिला अधिकारी महोदय      देहरादून उत्तराखण्ड    /     लोक सूचन अधिकारी महोदय  .          विषय : जांच करा कर निर्माण कार्य…

हर समाज के लिए विचारणीय:

(1) आज काफी लड़कियों के माँ- बाप अपनी बेटियों की शादी में बहुत विलंब कर रहे हैं उनको अपने बराबरी के रिश्ते पसंद नहीं आते और जो बड़े घर पसंद आते हैं उनको लड़की पसंद नहीं आती,शादी की सही उम्र 20 से 25 होती है। आज माँ-बाप ने और अच्छा करते-करते उम्र 30 से 36 कर दी है,जिससे उनकी बेटियों के चेहरे की चमक भी कम होती जाती है,और अधिक उम्र में  शादी होने के उपरांत वो लड़का उस लड़की को वो प्यार नहीं दे पाता जिसकी  हकदार वो लड़की है किसी भी समाज में 30% डिवोर्स की वजह यही दिखाई दे रही है,आज जीने की उम्र छोटी हो चुकी है,पहले की तरह 100+ या 80+ नहीं होती। अब तो केवल 65+ तक जीने को मिल पायेगा,इसी वजह से आज लड़के उम्र से पहले ही बूढ़े नजर आते हैं,सर गंजा हो जाता है।
(2)आज ज्यादातर लड़की वाले लड़के वालों को वापस हाँ /ना का जवाब नहीं दे रहे हैं,संभवत: कुछ लोग मन में आपको बुरा-भला बोलते होंगे। आप अपनी लाडली का घर बसाने निकले हैं, किसी का अपमान करना अच्छा नही होता। कृपया आप लड़के वालों से सम्मान जनक जरूर बात करें।
(3) कुंडली मिला के जिन्होंने भी रिश्ते किये,आज उनके भी रिश्ते टूटे हैं,फिर आप लोग क्यों कुंडली का जिक्र कर के रिश्ता ठुकरा देते हैं। इतिहास गवाह है,हमारे पूर्वजों ने शायद कभी कुंडली नहीं मिलाई और सकुशल अपनी शादी की 75 वीं सालगिरह तक मनाई आप कुंडली को माध्यम बनाके बच्चों को घर में बिठा के रखे हैं। उमर बढ़ती जा रही है,आता-जाता हर यार-दोस्त-रिश्तेदार सवाल कर जाता है, कब कर रहे हो शादी..? आपसे 10 वर्ष कम आयु के लोगों को 8 साल के बच्चे भी हो गए आप 32-35 में शादी करेंगे तो आपके बच्चों की शादी के वक्त आप अपने ही बच्चों के दादा- दादी नजर आएंगे।
(4) आप घर कैसा भी चयन करें! लड़की का भाग्य उसके पैदा होने से पहले ही भगवान ने लिख दिया है। भाग्य में सुख लिखे हैं तो अंधेरे घर में भी रोशनी कर देगी और दुख लिखे हैं तो पैसे वाले भी डूब जाते हैं।
(5) अंतिम में बस इतना ही कहना है कि अपने बच्चों की उम्र बर्बाद ना करें,गयी उम्र लौट कर नहीं आती,दूसरों को देख कर अपने लिए भी वैसा ही रिश्ता देखना मूर्खता है आप अपने बच्चों की बढ़ती उम्र के दुख को समझिए रिश्ता वो करिये,जिस में लड़के वालों में लालच ना हो। लड़का संस्कारी हो,जो आपकी बेटी को प्यार करे,उसकी इज्जत करे। उम्र बहुत छोटी है । आप इतने जमीन-जायदाद देख कर क्या कर लेंगे ? कौन अपने साथ एक तिनका भी ले जा पाया है ! बच्चों की बाकी उम्र उनके जीवन साथी के साथ जीने दीजिये।समय बहुत बलवान है। आज की लड़कियाँ पढ़ी-लिखी हैं,वो अपने परिवार के साथ कुछ अच्छा तो कर ही सकती हैं।
(6) अपनी लड़कियों के लिए साधन संपन्न घर में रिश्ता तलाशने की बजाय संस्कारी घर में तलाश करें। योग्यता होगी तो साधन सम्पन्न वे खुद हो जाएंगे और सही मायने में तभी उसकी कद्र करेंगे
(7) यदि कन्या वाले मध्यम वर्गीय परिवार से हैं तो अपने बीच के परिवार से ही रिश्ता करिये, आपकी लड़की अपना भाग्य खुद सँवार लेगी, योग्यता और संस्कार के बूते ।

गहरे मन से विचार करें। जरूर आपको एक उम्मीद की रोशनी दिखेगी, और रिश्तों की राह आसान हो जाएगी l

अगर आपकी बेटी के भाग्य में सुख है तो मिलेगा अगर नहीं तो कितने भी अमीर घराने में शादी करो वो कभी खुश नहीं रह सकती (रवि भूषण चावला)एडवोकेट

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यह तस्वीर आज-कल की कड़वी सच्चाइयों को ऐसे दिखाती है जैसे किसी ने हमारे समाज के आईने पर धूल झाड़ दी हो।
पैसों की इस गड्डी और नोटों पर उगते “पौधे” की तरह, रिश्ते भी वहीं बढ़ते हैं जहाँ स्वार्थ की खाद ज़्यादा हो।
आज का दौर ऐसा है जहाँ इंसान की इज़्ज़त नहीं—उसकी कमाई, घर और गाड़ियों का “ब्रांड” पूछा जाता है।
कड़वा है… लेकिन सच है।

अगर आप भी मानते हैं कि रिश्ते दिल से होने चाहिए, जेब से नहीं—तो यह पोस्ट आपके लिए है। 🌱💯

#TruthOfLife #RealityCheck #MoneyMindset #SocietyFacts #ViralPost #HindiQuotes #LifeLessons

सेवा में श्री मान मुख्य शहरी आवास मन्त्रालय भारत सरकार दिल्ली –   (1) देश के इमानदार प्रधानमंत्री मा 0 नरेन्द्र मोदी जी – आपका जीरो टोलरेन्स उत्तराखण्ड सरकार ने मटिया मेल कर रखा है। भ्रष्ट मुख्य प्रदेश का संचालन कर्ता भ्रष्ट उत्तखण्ड प्रशासन कार्यवाही तो दूर जाँच कमेटी का आज तक कोई गठन नही हुआ ! आप है इमानदार विकास पुरुष देश के प्रधान मंत्री देश की जनता आपकी इमानदारी का जलवा मानती है। आप हरिद्धार जिला अधिकारी श्री मयूर दिक्षित जी इमानदार डी एम से कार्यवाही के आदेश कर कार्यवाही करायेंगें –  विश्वास के साथ शिकायती प्रार्थना पत्र दिया जा रहा है।          मा ०🙏🏻 प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी –  जाँच कमेटी में हमारा प्रतिनिधि मण्डल 5 सदस्यों की टीम भी शामिल हो – जिन बिल्डरो के काले कारनामे इन प्रोजेक्ट में में करोड़ो का मुनाफा    तिजोरियों मे कैद है वह भी भारत सरकार के खाते में जाये –  जाँच मे उन भू माफियों के नाम भी उजागर होंगे । हरिद्धार जनपद मे बिल्डिंग बायलाज की खुले आम धज्जिया उड़ाई जा रहीं हैं। अवैध अतिक्रमण कराने में उत्तराखण्ड सचिवालय के भ्रष्ट शहरी आवास भी जिम्मेदार है दोषियों पर भी कार्रवाई तो बनती है। आवासिये श्रेत्र में विशाल होटल बन रहें , बडे – 2 होटल शहरी आवास सचिव को संमय संमय  पर हरिद्धार के सम्माजिक कार्यकर्ताओं द्वारा ध्यान दिलाये जाने के शिकायती प्रार्थना पत्र भी भेजे जाते रहें है  । O टोलरेन्स  की हवा निकालने का कार्य  हरिद्धार रूड़की विकास प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा किया जाता रहा है। अतिक्रमण कराने में मुख्य भूमिका हरिद्धार नगर निगम . हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण स्वंय जिम्मेदार है। आपसे प्रार्थना ही नही हमारी माँग है भ्रष्ट विभाग हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण को जनपद हरिद्धार से खत्म किया जाये – अन्य विभाग नगर निगम के साथ जैसे PWD – विभाग को नगर निगम के साथ रख जिम्मेदारी सोंपी जाये – करोड़ो रुपया प्रतिदिन अवैध निर्माण करने वाले भू माफियायों के दलाल हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण में  मौजूद है। आर्टिटेक्ट अवैध निर्माण कराने के ऐवेज में करोड़ो रुपया प्रतिदिन विभागिये प्राधिकरण के अधिकारियों को नतमस्तक हो रहें हैं  ।  मा० PM सहाब हम जनता है हमारे द्वारा ही इमानदार प्राधान मंत्री की पूजा हो रही है। इमानदारी मृत्यू तक बनी रही आप हरिद्धार विकास प्राधिकरण को भंग कर इमानदार विभाग का गठन करें। आम जनता को अतिक्रमण से मुक्ति दिलाये – यहाँ तो आयुक्त गढवाल के आदेश की भी धज्जिया उड़ाई जा रही है। गढ़वाल कमिश्नर द्वारा अवैध निर्माण के विरुद्ध सख्त आदेश दिये गये  – श्रवण नाथ नगर हरिद्धार    सत्यम विहार – श्रृद्धा पुर म गायत्री विहार समस्त भूपत वाला हरिद्धार क्षेत्र आवासिय क्षेत्र मे कौर्मिशियल निर्माण नही किये जाये – कुछ समय रोक लगी – ias अंशुल सिंह का ट्रांसफर अल्मोडा DM बनते ही शहर मे कमिशनर के आदेश भी कुड़े दान मे डाल दिये शहर क्रंकरिट मे तेजी से बदलने लगा अतिक्रमण पर रोक लगे –  प्रधान मंत्री जी हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण खत्म करें। यही माँग आपसे  जनपद हरिद्वार का आम शहरी नागरिक कर रहा है। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएं । हरिद्धार के भीड भाड़ वाला क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त हो – 30 फुट चौड़ी गलियाँ हो – यही प्रार्थना करते है।   हरिद्धार माँ मनसा देवी ट्रस्ट की भूमि पर फ्लैट बना कर बैचने वाले भू माफियाओं पर Sit बैठाये – सी० बी सी आई डी – sit – ED कोई भी विभाग जाँच करें। मारुति वाटिका में बन रहे फ्लैट करोड़ो की किमत में विक्रय किये जा रहे है। सरकार को अरबो रुपये की टेक्स चोरी लगातार हो रही है। आप जाँच हरिद्धार डी .   एम श्री मयुर दिक्षित से से कराये इमानदार Dm पहलीबार हरिद्वार जनपद में आये है जो हर गरिब बेसहरा व्यक्ति की  सुनेत तत्तकाल कार्यवाही करते है। मेरे पत्र का जवाब आवश्य मुझे भी दें। कार्यवाही किस अधिकारी को दी है। क्या रिपोर्ट आई  मारुती वाटिका जगजीत पुर कनखल हरिद्धार में बन रहें फ्लैट तत्तकाल रोके उसे ध्वस्ति करण कराया जायें ।           प्रार्थी                     नवीन अग्रवल           हिन्दू रक्षक दल           कनखल हरिद्धार       .   Pincode   —–   24 94 08 –

सेवा में                   शहरी आवास सचिव  देहरादून उत्तराखण्ड ! विषय : स्विटी कोहली w/o विजय कोहली का होटल सत्यम विहार जांच कराये जाने की माँग !                         – : मुख्य सचिव  देहराइन, _____________    शहरी आवास सचिव देहरादून,                     –  :   राजस्व परिषद देहरादून                      –  : आयकर   विभाग देहरादून              महोदय                 सादर अनुरोध है कि सत्यम विहार भोपत वाला हरिद्धार  मे आवासिय मे मानचित्र स्विकृत करा कर श्री विजय कोहली निवासी ऋषिकेश द्वारा अपनी पत्नी स्विटी कोहली के नाम व्यवसायिक निर्माण किया गया है। हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण का भ्रष्टाचार के चलते आवसीय क्षेत्र मे व्यवसायिक निर्माण होटल कनिसा स्टे नाम से फर्जी दस्तावेज जमा कर प्राधिकरण के अधिकारी व सहायक अभियन्ता अवर अभियन्ता के भ्रष्टाचार से ही यह सम्भव हुआ है। कृपया आप हरिद्धार जिला अधिकारी से स्थलिये निरीक्षण कराय साथ ही हरिद्वार विकास प्राधिकरण सचिव द्वारा भी मोके का स्थलिय निरीक्षण के आदेश करे ‘ जाँच उपरान्त अवैध होटल विना मानचित्र स्विकृत ध्वस्ति करण के आदेश कराये !   गढवाल कमिशनर श्री विनय शंकर पाण्डय जी द्वारा प्रतिबन्ध के आदेश भी किये गये है परन्तु भ्रष्टाचार के चलते श्रृद्धा पुरम , सत्यम विहार भुपत वाला – हरिद्धार श्रवण नाथ नगर मे अवेध निर्माण गढ़वाल आयुक्त के आदेश का उल्लघण कर किये जा रहे है। होटल कनिषा स्टे की जाँच कर ध्वस्ति करण कराये जाने के आदेश करेंगे !        भवदीय              उमेशचदं पाण्डे     कनखल उदासीन अखाड़ा बंगाली मौड़ कनखल हरिद्धार –      मौ० 9897 111 378

दिनांक / 2 1 नम्बर 25 सेवा में श्री मान लोक सूचना अधिकारी महोदय / तहसील हरिद्वार                 विषयः सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के संबंध में !    महोदय ( 1 ) :       निवेदन  इस प्रकार है । कि  गंगा की भूमि पर अतिक्रमण कर खसरा   न ० 141 ख जो राजस्व अभिलेखो में  गंगा नदी दर्ज चली आती है।  कुछ भू माफियाओं द्वार गंगा की भूमि पर अतिक्रमण किया गया है। दिनांक 16-10-2025 को मेरे द्वारा 2 शिकायत प्रार्थना पत्र तहसीलदार  महोदय हरिद्धार के नाम दिये गये थे  उपरोक्त सन्दर्भ मे मुझे कोई जवाब नही मिला . और ना ही जाँच की जानकारी प्राप्त हुई !    ( 2 )  दुसरी शिकायत प्रार्थना पत्र था सज्जन पुर पीली परगना नजीबाद तहसील हरिद्धार खसरा न ० 9 राजस्व अभिलेखों में गंगा नदी दर्ज है। उक्त खसरा न० 9 से मिले हुए हैं। खसरा न ० 8 / 1 से 8 / 8 के खातेदारो ने खसरा न० 9 गंगा नदी की भूमि को अवैध अतिक्रमण / कब्जा से मुक्त कराने को 2 शिकायती पत्र दिये थे उस हुई कारवाई की सभी पत्रावलियां प्रमाणित दिये जाने की कृपा करेंगे  ।  वह दोनो शिकायत पत्र की छाया प्रति साथ मे संल्गन है। समय से सूचना उपलब्ध कराये !              धन्यवाद                  प्रार्थी                     नवीन भईया जी        मौ० 98 3 77 3 44 59

सेवा मे                         श्री मान उपाध्यक्षा महोदया   हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्धार ।                विषय : प्रार्थी सौरभ सिंघल आर्य नगर चौक . सील निरस्त किये जाने के संबंध में !          महोदय                   प्रार्थी सौरभ सिंघल द्वारा आयुक्त गढ़वाल मण्डल को प्रार्थना पत्र दिया गया जिस पर महोदय गढ़वाल आयुक्त द्वारा दिनांक 29 r- 8 – 2025 को हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष महोदय श्री अंशुल सिंह IAS को प्रार्थी के लिये पृष्ठांकन आदेश संख्या आर . नं . 48 56 / सी . पी .ओ . / 2025 दिनांक 29/ 08 / 2025 मूल रूप से डाक द्वारा हरिद्धार VC श्री अंशुल जी के नाम प्रेसित हुआ था ।                       अतः सूचनार्थ हेतू  पुनः  12   नवम्बर  2025      को श्री नवीन अग्रवाल जी को    BY    HAND संख्या : 51 35 / सी . पी .ओ . / 2025 दिनांक 12 नवम्बर 2025 को दिया गया है।               आपकी जानकारी मे यह पत्र देना बहुत आवश्यक है। जो वक्त बे वक्त काम आये  संज्ञान मे लाना आवश्यक है।  साथ  म   संल्गन है । धन्यवाद                प्रार्थी                    सौरभ सिंघल                सहयोगी श्री नवीन अग्रवाल             आयुक्त महोदय के बहुत बहुत अभारी है । धन्यवाद                 नवीन                 मिडिया प्रभारी News 100    मौ 9 8377 3 44 59    .           दिनांक 19 – 1 1 – 2025

आज एक कहानी पढ़ने को मिली सोचा आप सभी मित्रों से शेयर करूं। तो कहानी उस तरह से है 
मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों के एक समूह में से “एक मित्र ने अपनी पत्नी के निधन के बाद, पार्क में टहलने जाना, अपने दोस्तों के साथ बातचीत करना, तथा प्रतिदिन सुबह-शाम पास के मंदिर में जाना अपनी दिनचर्या बना ली थी।”

कई बार तो ये सभी दोस्त घर से टिफिन लेकर आते और साथ में खाना खाते। यह मित्र हमेशा तीन रोटियां लाता था।

“एक दिन उसके एक मित्र ने जिज्ञासावश उससे पूछा:”

“क्या आपकी बहू आपको केवल तीन रोटियां देती है?

मित्र ने पूछा, “क्या तुम्हें भूख कम लग रही है?”

तब बुज़ुर्ग ने कहा, “मैं हमेशा भगवान से तीन रोटियाँ माँगता हूँ।” और आज मैं तुम लोगों को रोटी के विषय में जो बता रहा हूँ उसे ध्यान से सुनो।

मेरी राय में, वास्तव में रोटी चार प्रकार की होती है। पहली “सबसे स्वादिष्ट” रोटी जो “माँ के प्यार” और “स्नेह” से भरी होती है। जिससे पेट तो भर जाता है, लेकिन उसे खाने के लिए मन हमेशा लालायित रहता है।

यह सुनकर एक मित्र ने कहा, “तुमने यह बात सोलह आने सच कही।” लेकिन शादी के बाद माँ के हाथ की रोटी मिलना दुर्लभ हो जाता है।

बुजुर्ग ने आगे कहा, “हां, यह सही है।” और दूसरी रोटी पत्नी की है, जिसका स्वभाव और भावना “समर्पण” की है, जो “पेट” और “मन” दोनों को भर देती है।

यह सुनकर दूसरे दोस्त ने कहा, “अरे, हमने तो कभी इस बारे में सोचा ही नहीं।”

तो तीसरी रोटी का मालिक कौन है? एक अन्य मित्र ने पूछा।

बुजुर्ग ने कहा – तीसरी रोटी बहू की है, जिसमें सिर्फ कर्तव्य बोध है, जिससे कुछ स्वाद भी मिलता है और पेट भी भर जाता है और वृद्धाश्रम के झंझटों से भी बचाव होता है।

इसके बाद कुछ देर तक सन्नाटा रहा, लेकिन यह चौथी रोटी क्या है? एक मित्र ने चुप्पी तोड़ते हुए पूछा।

तब बुजुर्ग ने कहा- चौथी रोटी दासी की है। जिससे न तो व्यक्ति का “पेट” संतुष्ट होता है, न ही उसका “मन” और “स्वाद” की भी कोई गारंटी नहीं होती।

लेकिन यदि परिस्थिति आपको चौथी रोटी तक ले आए तो ईश्वर को धन्यवाद दें कि उसने आपको जीवित रखा और अब स्वाद पर ध्यान न दें, बस जीवित रहने के लिए थोड़ा कम खाएं ताकि
बुढ़ापा आराम से कट सके

इस बार खामोशी के साथ-साथ सभी की आंखें नम हो गईं।!(NA)!

उसके बाद सभी दोस्त चुपचाप सोच रहे थे 
हम सचमुच कितने भाग्यशाली हैं!

तो दोस्तों:–
हमेशा अपनी मां की पूजा करें, अपनी पत्नी को अपनी सबसे अच्छी दोस्त मानकर उसके साथ जीवन व्यतीत करें, अपनी बहू को अपनी बेटी समझें और उसकी छोटी-छोटी गलतियों को नजरअंदाज करें और अगर कोई बात समझाने की जरूरत हो तो उसे शांति और प्यार से समझाएं। अगर वह खुश रहेगी तो वह आपकी अच्छी देखभाल करेगी।
धन्यवाद🙏🙏🌹
आपको यह पोस्ट कैसी लगी अपनी प्रतिक्रिया अपने अनमोल विचार जरुर व्यक्त करें… अच्छी लगी तो शेयर करें…

💕आपकी अपनी #Neha💕