आज एक दुखद हादसा मां मनसा देवी मंदिर में प्रशासन की भारी लापरवाही के चलते दुर्भाग्य वस घटित हो गया जिससे काफी बेचैनी महसूस हो रही है जब मौका स्थल पर छोटे-छोटे बच्चों को पीएम हाउस की ओर जाते देखा तो दिल बैठ गया ऐसी विचलित कर देने वाली घटनाएं सभ्य मानव समाज के लिए कलंकित कर देने वाली है जिम्मेदारी निश्चित रूप से प्रशासन की है क्योंकि चारों तरफ से प्रतिबंधित वन मार्ग पर जाने वाली सड़कों पर जिस प्रकार से व्यावसायिक स्थल अतिक्रमण करके विकसित किए गए हैं और संबंधित विभागों द्वारा उन अवैध अतिक्रमण कर व्यवसाय संचालित करने वालों से प्रतिदिन पैसा वसूला जाता है यह और भी चिंता का विषय है।
इस दुखद हादसे  की संवेदना को देखते हुए राजधानी से हरिद्वार की ओर गढ़वाल कमिश्नर आईजी गढ़वाल के साथ-साथ सैनिक कल्याण मंत्री माननीय मुख्यमंत्री माननीय सांसद हरिद्वार दौड़ पड़े?
सब अपना अपना फोटो सेशन कर कर अपने दरबारों में जा छुपे माननीय मुख्यमंत्री जी ने बिना विलंब किए दो-दो लाख रुपये मुआवजे का ऐलान कर दिया गया मनुष्य का जीवन कितना सस्ता माननीय के लिए है यह भी एक संवेदना का विषय है इससे और कष्ट महसूस हुआ की सद्भाव से तीर्थ दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के साथ दुखद हादसा हो गया और सरकार ने उनके जीवन की एक निर्धारित कीमत तय की गई किसी अधिकारी पर कोई लापरवाही के लिए गाज नहीं गिरी सब सामान्य रूप से विषय पर बयान देकर के दुखद हादसे पर इतिश्री कर गए?
यह विषय की जानकारी लेने के लिए समय मान्य मुख्यमंत्री जी के पास नहीं था क्योंकि पहले जो सूचना प्रकाशित हो रही थी उसमें स्पष्ट रूप से यह प्रकाश में आ रहा था कि विद्युत मीटर से करंट फैल यह खबर कुछ देर तक तैरती रही फिर सामान्य सी हो गई जिलाधिकारी का बयान आ गया बयान आना भी था क्योंकि विद्युत विभाग मान्य मुख्यमंत्री जी के ही पास है?
घटना कैसे घट गई इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया इसके लिए किसी के द्वारा भी कोई बयान स्पष्ट रूप से जनता के बीच नहीं आया सभी स्पष्ट सूचना चाहते हैं लेकिन वह स्पष्ट सूचना सामने नहीं आ पाई।
मौके पर एंबुलेंस विलंब से पहुंची और 1 किलोमीटर से भी काम परिक्षेत्र में जाने के लिए एंबुलेंस को बड़ी मकसद करनी पड़ी क्योंकि अवैध अतिक्रमण के साथ-साथ ए-रिक्शाओं की भीड़ के कारण एंबुलेंस को अस्पताल में जाने के लिए रास्ता नहीं मिल पाया इसके लिए कौन दोषी है वह भी विषय सामने नहीं आया एंबुलेंस मौका स्थल पर विलंब से कैसे पहुंची क्यों पहुंची इसका भी किसी के पास कोई ठोस उत्तर नहीं है निश्चित रूप से इस हादसे के कारण अभी अधिकारी बोलने की हिम्मत नहीं जुटा रहे हो लेकिन परमात्मा उनको शक्ति दे और स्पष्ट रूप से पूरा विषय जनता के सामने आए?
यह भी प्रश्न अभी तक प्रशासन की ओर से नहीं आया है कि प्रतिबंधित वन क्षेत्र पर अवैध अतिक्रमण कर संचालित व्यावसायिक स्थल जो मंदिर मार्ग में है अथवा मंदिर परिसर में है वह किसके द्वारा संचालित किया जा रहे हैं और कौन उनसे पैसा प्राप्त कर रहा है प्रतिदिन के हिसाब से?
मंदिर में यात्रियों के लिए जाने के खुले रूप से रास्ता नहीं है अभी तक सीसीटीवी रिकॉर्ड को संरक्षित नहीं किया गया है जिससे यह स्पष्ट हो सके की मंदिर परिसर में किस प्रकार से वन क्षेत्र की भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर व्यावसायिक केंद्र स्थापित कर दिए गए थे और कौन इसे प्रतिदिन के हिसाब से वसूली करता था?
हो सकता है यह विषय जांच में आए।
अभी तक माननीय मुख्यमंत्री द्वारा राजा जी राष्ट्रीय पार्क के निदेशक को बर्खास्त नहीं किया गया है और ना ही प्रशासनिक समिति प्रमुख नगर मजिस्टेट हरिद्वार को वह उनकी टीम को बर्खास्त की गई है जिनकी लापरवाही के कारण यह हादसा घटित हुआ है रात्रि तक का हम भी इंतजार कर रहे हैं और विश्वास करते हैं कि मान्य मुख्यमंत्री जी जिम्मेदार अधिकारियों को निश्चित रूप से बर्खास्त करेंगे दुखद हादसा हुआ है यह सत्य है लेकिन प्रारंभिक चरण की कार्रवाई होनी नितांत आवश्यक है?
श्रीमान जिलाधिकारी महोदय हरिद्वार द्वारा मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं सूत्रों से यह खबर प्रकाशित हो रही है वह मजिस्ट्रेट कौन होंगे यह देखने वाली बात है क्योंकि नगर मजिस्टेट हरिद्वार खुद मां मनसा देवी मंदिर के प्रशासनिक समिति के प्रमुख हैं जो प्रथम रूप से घटित हादसे के लिए जिम्मेदार हैं?

मैं इस हादसे में हताहत होने वाले दिवंगत पुण्य आत्माओं की शांति के लिए भगवान श्री हरि जी से प्रार्थना करता हूं उनको अपने श्री चरणों में स्थान दें और घायलों को स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भविष्य में तीर्थ क्षेत्र में या कहीं भी इस प्रकार की अनहोनी ना हो ऐसी कामना करता हूं ओम शांति ओम शांति ओम शांति।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *