दिनांक . . . . . . . . सेवा में श्रीमान जिला अधिकारी महोदय रोशनाबाद हरिद्वार
विषयः हिमालय राज्य उत्तराखंड में लगातार देवीय आपदाएं वर्षा काल के अवसर पर आती रहती हैं राज्य में भवन निर्माण के लिए ठोस नियमावली ना होने और 9 मीटर से अधिक लंबाई के भावनो को बनाने के लिए माननीय एनजीटी के आदेशों के विपरीत खुले रूप से 9 मीटर से अधिक निर्माण संचालित हो रखे हैं। और हो रहे हैं। निर्माण किये जा रहे है। महोदय आपके संज्ञान में यह भी लाना आवश्यक हो जाता है कि सप्त ऋषि परिक्षेत्र में गंगा तटबंध सीमा अंतर्गत बहू मंजिलें आवासीय व व्यवसायिक निर्माण किये है। पूर्व मे गंगा जी मे किया गया निर्माण अवेध है। M/S पोद्दार चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम से जो बिना मानचित्र स्वीकृति के भ्रष्ट व्यवस्था के अधीन पूर्ण रूप से निर्मित हो गया है जबकि नगर नियोजन निर्माण के लिए जिमेदार अधिकृत संस्था हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्वार द्वारा गैर मानको के आधार पर भवन को वर्ष 2005-06 में उपरोक्त पोद्दार चैरिटेबल ट्रस्ट आवासीय बहु मंजिला भवन को सील किया गया था ? महोदय सादर अनुरोध करना है कि उपरोक्त पोद्दार चैरिटेबल ट्रस्ट जो एक धार्मिक संस्था थी सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई है कि उसकी बिक्री 80 करोड रुपए में हुई है जिसमें रकम नगद में प्राप्त लेनदेन बताया जा रहा है। महोदय यहां पर यह भी अवगत करना है कि उपरोक्त बहु मंजिला भवन गंगा तटबंध सीमा अंतर्गत होने के कारण लगभग 20 वर्षों तक प्राधिकरण द्वारा सील किए जाने के उपरांत अब इस व्यावसायिक उद्देश्य के लिए प्रारंभ कर दिया गया है निश्चित रूप से यह स्थल डूब क्षेत्र में आता है और जिसमें भवन बना हुआ है यह भूमि भी सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश की होने के कारण गंगा तटबंध सीमा के अंतर्गत है जिसमें तत्काल प्रभाव से भवन को ध्वस्त कराए जाने की कार्रवाई किया जाना न्याय संगत होगा। महोदय उपरोक्त विषय में यह भी जांच आवश्यक है कि लगभग 80 करोड रुपए क्या नगद लेनदेन किस प्रकार से हो गया और धार्मिक ट्रस्ट बीना जिला जज महोदय के आदेश के बगैर कैसे हस्तांतरित किया गया। श्रीमान महोदय से अनुरोध है कि उपरोक्त पोद्दार चैरिटेबल ट्रस्ट जो फ्लड जॉन क्षेत्र में आता है और गंगा तटबंध सीमा अंतर्गत बहु मंजिलें आवासीय के रूप में विकसित किया गया है उसे 20 वर्षों उपरांत पुनः प्रारंभ किया गया है इसमें प्राधिकरण की क्या भूमिका है जिस उद्देश्य से प्राधिकरण हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के द्वारा इस वर्ष 2005 -6 में बंद ( सिल) कर दिया गया था अब उसके द्वारा विभाग को कितनी रकम देकर इसे खुलवाया गया है की जांच कराई जानी न्याय संगत होगी धन्यवाद
प्रार्थी नवीन अग्रवाल शेखूपुरा कनखल बैरागी कैंप हरिद्वार –