सेवा में 
श्री मान जिला अधिकारी  महोदय / वित्त नियंत्रक ( माँ मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट )  रोशनाबाद  हरिद्वार  
विषयः माँ मनसा देवी मंदिर में अवेध अध्यासी तथा कथित स्वयंभू ट्रस्टी श्रीअनिल शर्मा जी के द्वारा दान चन्दे की गठजोड़ बनाकर खुली लूट को रोकने और विधिक कार्यवाही किये जाने के संबंध में !   
महोदय
सादर अनुरोध करना है कि जनहित याचिका संख्या 02 / 2011 में आए आदेश दिनांक 3 जनवरी 2011 श्री मान उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा हरिद्धार के तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों पर व्यापक रूप से चढ़ावा दान की खुली लूट की स्पष्ट रिपोर्ट के आधार पर तीनों मंदिरो की व्यवस्थाओं के लिए श्री मान
जिलाअधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक हरिद्वार को कोप्ट सदस्य नामित किया गया था ।
महोदय  उपरोक्त के क्रम में श्रीमान जिला अधिकारी हरिद्वार द्वारा पृथक पृथक मंदिरों के लिए पृथक पृथक प्रशासनिक समितियों का गठन किया गया कागजी रूप में समितियाँ माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के अनुपालन के लिए कागजों की रंगाई करती रही परंतु वास्तविक रूप में से धरातल पर तीनों प्रशासनिक समितियां के द्वारा मंदिर में बैठे हुए तथा कथित  स्वयंभू ट्रस्टी और  दान की चोरी करने वालों के साथ-साथ सांठ गांठ करते हुए हिस्सेदारी के आधार पर दान चंदे की खुली लूट गिरोह  बनाकर की गई जिसमें सभी समिति प्रमुखों (  जिस प्रकार की सूचनायें हैं किस समिति प्रमुख
मनसा देवी मंदिर मां चंडी देवी मंदिर एवं गंगा सभा के प्रमुखों द्वारा हिस्सेदारी के आधार पर निजी राजस्व की पैदावार की गई )         महोदय  उसके पीछे जो इन विषय को प्रमाणित करता है कि प्रशासनिक समिति के प्रमुख मंदिरों में चढ़ने के हिस्सेदारी के आधार पर अपना राजस्व अर्जित करते हैं अथवा उनके अधीनस्थ कार्य करने वाले बाबू के माध्यम से हिस्सेदारी के आधार पर चढ़ावा चढाया जाता है।
मंदिर में चढ़ाए गए दान की चोरीउसमें यह है की कितनी शिकायत से संबंधित मंदिरों की आ रही हैं पेरशासनिक समिति कुछ नहीं कर पा रही है इससे भीस्पष्ट होता है कि पाश्र्तिक समिति प्रमुखचढ़ने की चोरी में सम्मिलित हैमहोदय संज्ञान लेना चाहे की लगातार मां मनसा देवी मंदिर में वहां पर जबरन दान की चोरी और नारियल की ठेकेदारी चढ़ने के  नारियलों को बाजार में बेचकर मंदिर में चढाया जाने वाला  चढ़ावा हीरे-जवाहरात   सोना चांदी कपड़े घंटे घड़ियाल सबको निजी रूप में प्रयोग करने हेतु श्री अनिल शर्मा जी द्वारा मार्केट में बेचा
जाता है और उसका राजस्व  अपने निजी लाभ में प्रयोग करता है  पूरे मंदिर पर इसका अवैध रूप से बदमाशों के बल पर कब्जा है जब कि संबंधित मंदिर में मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के लिए माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रशासनिक समिति का गठन है जिसमें नगर मजिस्ट्रेट हैं क्षेत्रीय अधिकारी पुलिस होने के उपरांत भी गंगा घाटों पर  श्री अनिल शर्मा जी मछलियों के लिए आटें  की  गोली हरकी पौड़ी  घाट पर बेचने वाला व्यक्ति आज मां मनसा देवी मंदिर में चढ़ावे  दान की चोरी करके पूरे प्रशासन को  खरीद कर अपनी जेब में रखे हुए हैं , और प्रशासनिक समिति सहित पुलिस के बड़े अधिकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और
श्रीमान जिला अधिकारी भी उस व्यक्ति का कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे हैं , वह किस आधार पर मंदिर में दान चदें की चोरी करने के लिए अपने गिरोह को फैला रखा है ,   और मंदिर में बहुमूल्य हीरे जवाहरात सोना चांदी एवं नगदी की पूरी रकम निजी राजस्व में बढ़ोतरी कर रहा है सूत्रों की माने तो नगर क्षेत्र में इसके लगभग 12 होटल एवं 22 से अधिक मकान एवं कमर्शियल प्लाट है ,  सूत्रों की मानो तो 20000 करोड़ का स्वामीबताया जाता है , श्री अनिल शर्मा जी को 20 वर्ष पहले गंगा घाटों पर अपने परिवार का  भरण पोषण के लिए मछलियों के भोजन आटें की गोली बेचता था  महोदय    लगातार जिलाअधिकारी महोदय कार्यालय से शिकायत की जा रही हैं लेकिन जिलाधिकारी महोदय से भी उपरोक्त मां मनसा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए दान चंदे एवं अन्य बहुमूल्य आभूषणों की चोरी रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है जब कि मंदिर के प्रशासनिक समिति भी मुखिया क कोषाधिकारी  हरिद्वार को  नियुक्त किया गया है । महोदय
धर्मास्य एवं सांस्कृति विभाग द्वारा उपरोक्त व्यक्ति की जांच किय जाने के संबंध में पत्राचार किया गया है परन्तु अभी तक कोई कारवाई नही हो पाई है। 
महोदय  अगर  इसी प्रकार की व्यवस्था रही और प्रशासनिक समिति दान चंदें की चोरी में सम्मिलित रहे तो निश्चित रूप से        * चण्डी देवी के दर्ज पर माँ मनसा देवी का प्रबंध भी श्री बद्री केदार मंदिर समिति को जाना चाहिए जिसमें स्पष्ट रूप से प्रशासन की असफलता के चलते ऐसा पहले भी हुआ है और बाकी दान की चोरी करने वाले प्रशासन समितियों का पता चल जायेगा  ।
श्रीमान महोदय से अनुरोध है कि आप मां मनसा देवी मंदिर में दान की खुली लूट चोरी  संगठनात्मक चोरी को बढ़ावा देने वाले और चोरी में मुख्य भूमिका अदा करने वाले श्री अनिल  शर्मा जी किस आधार पर मां मनसा देवी मंदिर में कार्यरत है क्या किसी प्रशासनिक समिति द्वारा इसको नियुक्त किया गया है के संबंध में व्यापक स्तर की जांच किये लिए जाने का अनुरोध जनहित में किया जा रहा है 20 वर्ष पहले घाटो पर मछलियों के लिए आटां की गोली बेचने वाला 200 करोड़ का स्वामी कैसे हो सकता है  ?     
जांच में  स्पष्ट  रूप से रखा जाए कि श्री अनिल शर्मा जी द्वारा अर्जित अपने परिवार अपनी बेटी के ससुराल और अन्य रिश्तेदारों के नाम पर जो जो संपत्ति विगत 10 वर्षों के भीतर हस्तांतरित की गई हैं अथवा गिफ्ट दी गई हैं साथ ही जो संपत्तियां नगर क्षेत्र में है उन सभी को मां मनसा देवी मंदिर में सम्मिलित किया जाए क्यों कि वह इस धन से खरीदी गई है ।
जांच में यह भी स्पष्ट होना चाहिए कि प्रशासनिक समिति के द्वारा दान चंदे की चढ़ावे में कितना राजस्व  उनके विभागीय  बाबू के द्वारा और प्रशासन समिति के प्रमुख द्वारा हिस्सा लिया जाता है ।
क्या मंदिर में दान चंदे की खुली लूट की चोरी का कोई हिस्सा प्रशासन समिति से ऊपर तो नही जाता है।
महोदयसे साधारण अनुरोध करना है कि दान चांदी की चोरी के लिए उपरोक्त श्री अनिल शर्मा जी और तथा कथित स्वयंभू रवींद्र पुरी के खिलाफ भी मां मनसा देवी मंदिर में चोरी कूट रचित दस्तावेज तैयार कर दान चंदे प्राप्त करना आदि के संबंध में मुकदमे में पंजीकृत हैमहोदय से सादर अनुरोध किया जाता है कि तत्काल प्रभाव से उपरोक्त वर्णित बिंदुओं के आधार पर मंदिर में दान चंदे की चोरी करने वाले अनिल शर्मा और उसके परिजनों की संपत्तियों की जांच करमां मनसा देवी मंदिर में शामिल किया जाए और दान चंदे की चोरी करने के लिए उसके गिरोह के सदस्यों को भी चिन्हित किया जाए औरउन सदस्यों में से कौन से ऐसा सदस्य है जो अधिकारियों को प्रशासनिक समिति को कार्रवाई को रोकने के लिए सुविधा शुल्क देता है मंदिर के दान चंद की चोरी करके अतः महोदय से अनुरोध करना है कि उपरोक्त प्रकरण की सीबीसीआईडी से जांच कराई जाए क्योंकि अभी तक जितनी भी जांच  हुई श्री अनिल शर्मा जी ने सारे जांच करने वाले कर्मचारियों को जड़ से खरीद लिया है ऐसी बहुत सारी सूचनाएं है और आप श्रीमान महोदय जांच के दौरान यह सब ज्ञात हो जाएगा कि यह जांच अधिकारियों को जड़ से खरीद  लेता  है  एक साधारण आटें की गोलियां  बेचने  वाला देखते – देखते  मां  मनसा  देवी  मंदिर  का ट्रस्टी  बन  जाता  rहै और 200 करोड रुपए की संपत्ति अर्जित कर लेता है ।   महोदय से सादर अनुरोध करना है दान चंदे की चोरी के लिए उपरोक्त श्री अनिल शर्मा और श्री रविन्द्र पुरि जी के खिलाक भी माँ मनसा देवी मंदिर में चोरी कुट रचित तैयार कर दान चन्दा प्राप्त करना आदि के संबंध में मुकदमा पंजिकृत है।             महोदय से सादर अनुरोध किया जाता है कि तत्तकाल प्रभाव से उपरोक्त वर्णित बिदुंओ के आधार पर मंदिर में दान चंदे की चोरी करने वाले श्री अनिल शर्मा जी और उसके परिजनों की  संम्पत्तियों की जाँच कर मां मनसा देवी मंदिर में शामिल किया जाय और दान चंदे की चोरी – करने के लिए उसके गिरोह के सदस्यों हैं ‘     मतजो अधिकारियों को प्रशासनिक समिति को रोकने के लिए सुविधा शुल्क देता है मंदिर के दान चंदे की चोरी करके !                   अतः महोदय से अनुरोध है कि करना है कि उपरोक्त प्रकरण  की     __ सी बी सी आई डी __ से जांच कराई जाए क्यों कि अभी  तक जितनी भी जाँच हुई  हैं श्री अनिल शर्मा ने सारे जांच करने वाले कर्मचारियों को जड़ से खरीद लिया है ऐसी बहुत सारी सूचनाएं है  और आप श्री मान महोदय जांच के दौरान यह सब आपको ज्ञात हो जायेगा कि यह जांच अधिकारियों को जड़ से खरीद लेता है एक प्रकरण में इसके द्वारा नय तहसीलदार और पटवारी को किसी जांच को उसके फेवर में करने के लिए इन सब प्रकरणों की भी जांच कराई जाए !       धन्यवाद                   प्रार्थी                        नवीन अग्रवाल        बैरागी कैम्प कनखल हरिद्वार                        मौ० 983 77 344 59

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