एक वर्ष में हरिद्वार में इतने हॉस्पिटल खुल गए है,जिनको केवल पैसे कमाने का जरिया बना लिया गया है,भोगपुर गांव की प्रसूता महिला भी देवभूमि अस्पताल में लापरवाही का शिकार बनी और महिला की जान चली गई।। इन हॉस्पिटल पर प्रशासन को कार्यवाही करनी चाहिए,ताकि अन्य कोई भी इन अनुभवहीन डॉक्टर के द्वारा मौत का शिकार न बने।। यह हॉस्पिटल नहीं सिर्फ परचून की दुकान बन गए सिर्फ पैसे कमाने का मतलब है