मेरे बड़े भाई। समय और शब्दों का इस्तेमाल कभी भी लापरवाही से नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह दोनों नए तो दोबारा आते हैं और ना ही मौका देते हैं। हम ऐसे समाज में रहते हैं। जहां सुंदरता को रंग। शिक्षा को अंको से। और सम्मान को पैसों से देखा जाता है। इंसान जन्म के 2 साल बाद बोलना सीख जाता है। लेकिन बोलना क्या है यह सीखने में पूरी जिंदगी निकल जाती है प्रणाम बड़े भाई