सेवा में श्रीमान जिला अधिकारी महोदय रोशनाबाद हरिद्वार
धार्मिक एवं पूर्णार्थी उद्देश्य की भूमि जिस पर निरंजनिया अखाड़े के श्री महतं रवींद्र पुरी द्वारा भू माफियाओं के साथ मिलकर आवासीय एवं व्यावसायिक निर्माण के लिए करोड़ों रुपए नगद लेकर के धार्मिक भूमि पर अवैध आवास एवं व्यावसायिक निर्माण करने से सरकार को राजस्व घाटा की जांच कराए जाने के संबंध में।
महोदय से अनुरोध करना है कि उपरोक्त विषय पर पत्र लगातार आप श्रीमान महोदय को प्रेषित किए जा रहे हैं जिसमें स्पष्ट रूप से वर्णन किया गया है कि हरिद्वार में धार्मिक एवं पूण्यार्थ उद्देश्यों की सार्वजनिक भूमि जो अखाड़ो के अधीन चली आती है जिस पर कई अखाड़ों की भूमि को भू व्यवसाययों से मिलकर उन्हें अखाड़े की धार्मिक संपत्ति को आवश्य एवं व्यावसायिक निर्माण के लिए नगद में पैसा प्राप्त कर उपलब्ध कराई जाती है। महोदय इस कारण से राजस्व का भारी नुकसान तो हो ही रहा है इसके साथ ही हरिद्वार में कुंभ मेला क्षेत्र की भूमि में भी बहुत बड़ी मात्रा में कमी आ रही है यहां पर यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि कुंभ मेले में नागा साधुओं के लिए और अन्य साधुओं के मणी अस्तबल घोड़े एवं हाथियों के लिए के लिए सुरक्षित स्थान जो अखाड़े की भूमि थी उस पर कई भू माफियाओ के द्वारा बड़े-बड़े अपार्टमेंट बनाकर मोटी रकम प्राप्त बैचते है। महंत रविन्द्रपुरि द्वारा भू माफिया के साथ मिलकर बनाये जा रहे है पूर्व मे भी फ्लैट बनाए हैं। यहां पर यह अवगत करना आवश्यक हो जाता है कि यह सब कार्य मंहत के द्वारा हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों के साथ कॉलोनाइजरों की हिस्सेदारी के चलते बिना भवन मानचित्र के खड़े किए जा रहे हैं बड़े निर्माण के लिए राज्य भर की एजेंसी यो को ( रेरा ) द्वारा बड़े निर्माण के लिए स्वीकृति लिया जाना आवश्यक होता है फ्लैट से अधिक रेरा की अनुमति अनिवार्य है जो कार्य HRDA को करना है वह कार्य हमे करना पड़ रहा लेकिन यह पत्रावली हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के द्वारा संचालित होनी थी जब रहरास से उपरोक्त संदर्भ में पत्राचार किया गया तो उन्होंने हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण से स्पष्टीकरण लिया जी स्पष्टीकरण में स्पष्ट रूप से हरिद्वार रुड़की के विकास प्राधिकरण ने रेरा को बताया कि यह फॉर्म अथवा कंपनी हमारे यहां पंजीकृत नहीं है। महोदय यहां पर यह विषय आपके संज्ञान में लाना आवश्यक है कि देश में सभी व्यवस्थाएं सुचारू से संविधान के तहत संचालित हो इसके लिए अलग-अलग एजेंसियों के अलग-अलग अधिकार एवं शक्तियां प्राप्त हैं उसके उपरांत भी निर्माण करने के लिए भवन मानचित्र स्वीकृत करने वाली एजेंसी हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण सरकार को हो रहे करोड़ों रुपए के राजस्व घाटे पर क्यों संज्ञान नहीं ले रहा है यह एक महत्वपूर्ण विषय है जिसमें संज्ञान से यह प्राप्त होता है कि हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के प्रमुख अधिकारियों का कॉलोनाइजरों के साथ हिस्सेदारी के आधार पर अवैध निर्माण संचालित हो रहे हैं। यहां पर यह भी अवगत करना है कि हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण में अखाड़े के महंत लिख करके यह देते हैं कि हमें अपने अनुयायियों को ठहरने के लिए कुंभ मेला के अवसर पर उनको व्यवस्था प्रदान करने के लिए भवन निर्माण करना है और वह प्राधिकरण में लेनदेन करके बिना मानचित्र स्वीकृति के बड़े-बड़े आवासीय अपार्टमेंट एवं व्यवसायिक परिसर स्थापित कर देते हैं। महोदय यहां पर यह भी अवगत करना है कि सामाजिक कार्यकर्ता जीप बड़वानी द्वारा कुंभ मेले को लगातार कुंभ मेले के अवसर पर यह अनुरोध किया जाता रहा है कि अखाड़े के तमाम आवासीय अपार्टमेंटों को कुंभ मेले के लिए यात्रियों को ठहरने के लिए खाली कराया जाए लेकिन कुंभ मेला ऐसा नहीं कर पाया जिस कारण से लगातार प्रभावशाली संतों के कारण धार्मिक एवं एवं पूर्णिया अर्थ उद्देश्य की कुंभ मेला भूमि पर अवैध रूप से आवास एवं व्यावसायिक निर्माण कॉलोनाइजर एवं भू माफिया के शक्तिशाली गठ-जोड़ प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बनाते हुए स्थापित किया जा रहे हैं निर्माण हो रहे हैं सरकार का करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है और कोई भी जनपद का प्रभावशाली अधिकारी जो संवैधानिक शक्तियों से परिपूर्ण है कार्रवाई करने में बौना साबित हो रहा है। महोदय संज्ञान लेना चाहे की निरंजनी अखाड़ा के प्रभावशाली अध्यक्ष महेंद्र पुरी के द्वारा देश रक्षक चौराहे के सामने मनी टावर कार्तिक के कुंज मारुति वाटिका आदि स्थानों के लिए हजारों एकड़ भूमि भू माफिया को आवश्यक एवं व्यावसायिक निर्माण के लिए दी गई है जो पूर्ण रूप से गैर विधिक है कई जगह तो ऐसा हुआ है कि महंत के द्वारा धार्मिक संपत्तियों की रजिस्ट्री तक कर दी गई है जबकि बिना जिला जज महोदय की अनुमति से ऐसा संभव नहीं है लेकिन वहां पर है जहां पर कानून का राज स्थापित है जनपद हरिद्वार में ऐसा प्रतीत होता है कि कानून का कोई राज स्थापित नहीं है जिस कारण से लगातार संबंधित संवैधानिक शक्तियों से परिपूर्ण अधिकारियों को शिकायत करने के उपरांत भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। यहां पर यह आपके संज्ञान में लाना आवश्यक हो जाता है कि कॉलोनाइजरों द्वारा आवासीय अपार्टमेंट में थ्री रूम तू रूम पर रूम सेट बनाए जाते हैं जिसे वह नगद में 30 लाख से 80 लख रुपए तक प्राप्त करते हैं और ₹100 के स्टांप पेपर पर किराएदारी लिखकर के उनको बिजली पानी की आपूर्ति हेतु संबंधित विभागों विद्युत विभाग एवं जल विभाग के द्वारा कनेक्शन आपूर्ति की जाती है। महोदय यहां पर यह भी अवगत करना है कि कई आवासीय अपार्टमेंट और व्यावसायिक परिसर में कॉलोनाइजरों द्वारा भूजल का दोहन प्रचुर मात्रा में किया जा रहा है और इसके लिए उन्होंने जल संस्थान से कोई भी अनुमति नहीं ली गई है। अतः आप श्रीमान महोदय से अनुरोध करना है कि उपरोक्त विषयक शिकायत का संज्ञान लेना चाहेंगे जिससे सरकार को हो रहे करोड़ों रुपए के प्रति माह राजस्व घाटे को बचाया जा सके और अवैध निर्माण जो धार्मिक एवं पूर्णिया टू उद्देश्य की भूमि पर अखाड़े के स्वामियों द्वारा नगद में करोड़ों रुपया प्राप्त कर भू माफिया एवं कॉलोनाइजरों को धार्मिक एवं सार्वजनिक उपयोग की भूमि निर्माण के लिए दी गई है और वह निर्माण संपूर्ण रूप से गैर विधि के रूप से निर्मित किया जा रहे हैं जिसमें किसी भी प्रकार का कोई मानचित्र स्वीकृत आवासीय मापदंडों एवं व्यवसाय मापदंडों के आधार पर नहीं हो रहा है जिसके लिए हरिद्वार विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को भी सरकार के राजस्व घाटे को बढ़ावा देने और संतों के साथ सार्वजनिक भूमि के पूर्व किए जाने के गठजोड़ में प्रभावी कार्यवाही करने की कृपा करेंगे। धन्यवाद
प्रार्थी नवीन अग्रवाल बैरागी कैंप शेखूपुर कनखल हरिद्वार प्रतिलिपि सूचनाओं सेवा में आवश्यक कार्यवाही हेतु श्रीमान मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन देहरादून। श्रीमान राजस्व सचिव उत्तराखंड शासन देहरादून प्रार्थी नवीन अग्रवाल