अगर ऐसी बात होती तो शायद महाभारत जैसे युद्ध और भी कई तरह के महा युद्ध या लड़ाइयां ना होती मूल रूप से सिर्फ हमारी इच्छाएं ही इसका मूल कारण हैं. जिस किसी ने भी इच्छा त्याग दी वहां पर किसी प्रकार का कोई भी विवाद चाहे पारिवारिक चाहे धन संबंधी यानी कि जो भी दुनिया में दुख का कारण है वह कभी नहीं होगा