स्वभाव है। देन ईश्वर की है। सबका मालिक एक मृत्यू का कोई OTP नही आता है जनाब🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🤦🤦🤦🤦🤦🤦🤦🧑🧑🙋🤔😎🫡टूटी कलम और औरो से जलन खुद का भाग्य लिखने नहीं देती !! स्वभाव ईश्वर का दिया वह कष्ट जो हमने पिछले जन्म मे किया परन्तु मनुष्य को ईश्वर ने सोचने समझने का मोका ही नही दिया जब वह सही बात समझने के उम्र मे पहुंचता है तब तक बहुत देर हो हो चुकी होती है सहाब जी आपका अभार धन्यवाद । हर हर महादेवआपका दिन शुभ व मंगलमय हो .. नवीन अग्रवाल – हिन्दू रक्षक दल
श्री मान सचिव महोदय सुखी नदी खड़बड़ी से पहले होटल और पांच मंजील का होटल बना रहे है। जिन विभागो की अनुमति लेनी होती है होटल बनाए जाने के लिये वो भी नही ली गई 600 या 500 फुट जमीन होगी जिस पर पाँच मंजील का होटल बनाया जा रहा है। प्राधिकरण से कोई इज्जात नही ली गई . . और हो रहा है , . इस तरह के निर्माण को सरकार अनदेखी नही कर सकती’ करोड रु० शुल्क देकर भी प्राधिकरण बनने की इजाजत नही दे सकता । आप इस तरंह की अनाधिकृत निर्माण जो होटल बन रहा है इस पर सख्त कारवाई करेंगे । छोटी सी गली कोई रास्ता नही आग लग जाय सलण्डर फट जाये 200-300 लोग मर सकते ह है। आपके विभाग मे हमारे लोग प्रार्थना करते है । ललीत व गोरव नाम के व्यक्ति द्वार यह निर्माण बिना नक्शा पास बन गया आप इस निर्माण को तुड़वाये सील कराये ध्वस्ति करन करे क्यो की यहाँ होटल नही बन सकता ! होटल की फोटो दे रहे है जिस होटल के पिछे यह निर्माण बन रहा है। नम्बर जो विभाग ने नोटिस भेजा था उसका नम्बर है पर्सनल रहने को घर बन रहा है दो सौ छियानवे O296 2025 होटल अविशा एक्सप्रेस के बगल मे छोटी सी गली के बगल में गली मे चोरी छिप्प बन रहा होटल मिस्टर ललीत और गौरव वर्मा जो हरिपुर का निवासी है , इसकी मौबाईल की दुकान कुमार कम्पलेक्स रानीपुर मोड पर है । प्राधिकरण से नक्शा पास नही है। हमारा सवाल है 600 फुट जमीन मे मे क्या पाँच मंजील का होटल बन सकता है । आप कार्यवाही नही करते है देहरादून मुख्य मंत्री जनता दरवार मे सवाल पुछेंगे गरीब का छोटा सा घर बनता है विभाग तौंडने पहुंचता है यहाँ होटल छोटी सी गली में बन रहा है । इसे तो रुकवाया नही गया . शिकायत कर्ता नीरज कुमारशिवलोक संजय नगर टिबड़ी रानीपुर हरिद्वार -मोबाइल नंबर ____89 36 98 91 9मैं लोगों को एक बार ही परखता हूँ, फिर ताल्लुक तो होता है पर कोई वास्ता नही रखता !
सेवा मे श्री मान मनिष सिंह जी सचिव हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्वार i खड़ी सुखी नदी से पहले ललीत…