कनखल के पूर्व नामित पार्षद कैसा अपने आप में मजाक बनवा रहा है नगर निगम पार्षद के चुनाव में भाजपा के खिलाफ  चाले चलता रहा और पूरा-पूरा भाजपा के पार्षदों को चुनाव में हराने का काम किया सबको पता लग गया उसके बावजूद भी अब अपने आप को भाजपा नेता दर्शा रहा है अधे पव्वे  वाले बंदे पकड़ रखे हैं शराब बाटना और उनका चुतिया बनाना जिसेसे चाह शराब परोसी अपनी मनमर्जी पोस्ट डलवा देता हैं उसको खुद नहीं पता कि उसकी औकात क्या है _____________ ऐसे लोगो की बहुत औकात है जनाब इनकी जेब मे लक्ष्मी कान्त है जिसका पर्से लक्ष्मी का घर हो वो बेर्शम के साथ -साथ दिखावा करना अपना गुण समझता है।                     बडे बडे पावर वालो को शबाब कबाब  परोसेगा वो तो हीरो है ना भाई –          कमाल की बात ऐसे गद्दारों को पार्टी कैसे सहन करती है –  ऐसे पार्षद दिखावे के धनी है चम्मचा गिरि खूब अच्छी कर लेते है चम्मचे बर्तन को ही खाली कर देते हैं बिल्कुल समझ आ जायेगा इन का एक गुण है सुरा सुन्दरी और शबाब परोसना इनकी यही शतरंज की विसाद दिखावे का पहनावा ऐसे लोगो की बेशर्मी पर बुर्का पहना देती है श्री मान समझ आ जायेगा सब्र रखो आज कोई भी इमानदार नही रहा मतलबी जमाना हो गया स्वार्थी युग चल रहा है चतुर युग है जो सच्चे ईमानदार कार्यकर्ता करता है उनकी कदर नहीं है           उन फर्जी नामित पार्षदों ने अधे पव्वे  वाले बंदे पकड़ रखे हैं शराब बाटना और चुतिया बनाना    जिसे चाह शराब परोसी अपनी मनमर्जी पोस्ट डलवा देता हैं उसको खुद नहीं पता कि समाज मे उसकी औकात क्या है ____________ मेरी बात को ध्यान देना भाई             ऐसे लोगो की बहुत औकात है जनाब इसकी जेब मे    लक्ष्मी कान्त है बडे कद्वावर नेता का खाश चम्मचा है उसके नाम का बहुत फायदा उठाया खुब दलाली की उसके नाम से पैसा बटोरा जिसका पर्स मे लक्ष्मी का घर हो वो बेर्शम के साथ -साथ दिखावा करना अपना गुण समझता है।                     बडे बडे पावर वालो को शबाब कबाब जो परोसेगा वो तो हीरो है ना भाई – समाज है यहां हर तरह के लोग है।     खाने के दांत दिखाने के दांत

जीवन उस मिटटी का है जिसे जब जब तराशा गया ये उस तराशने वाले के हिसाब से ढल गया मिटटी से कुम्हार ने अलग -2 चाक पर जैसा चाह वैसा वर्तन तैयार किया जान छोड़ जीवन को भी मुर्तियाँ बना डाली  इन्सान बहुत समझदार बुद्धि का धनी है सोच और अच्छे विचार समाज का दर्पण है दोस्त              🌹🌹🌹🌹🌹अच्छे दोस्त स्कुल की किताब सही रास्ता और अच्छी सोच ये चारों जीवन के महत्वपूर्ण पहलू हैं ।                   और इनका सही होना ही उन्नति  हमारे विकास मे अहम भूमिका  निभाती है।       आपके और आपके परिवार  की सफलता के लिए जरूरी है।          सच्चे दोस्त मतलबी नही होते सच्चे दोस्त वो हैं जो हमें सहारा देते हैं हमें सही दिशा दिखाते हैं और मुश्किल वक्त में साथ खड़े रहते हैं। एक अच्छा दोस्त न सिर्फ हमारी खुशियों में शामिल होता है बल्कि हमारी गलतियों को सुधारने में भी मदद करता है।         दोस्त कई रूप में होते है गुरु माता पिता भाई बहन पडोसी समाज मे अच्छे लोग भी किसी रूप में दोस्त है।                 अपनी अपनी सोच पर अपनी अच्छी मानसिकता सफलता का सही मार्ग है सच्चा दोस्त किसी संजीवनी से कम नही होता !
सच्चा दोस्त वही है जो हमें सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करे न कि गलत दिशा में ले जाए।                 जो गलत दिशा की प्रेरित करे गलत दिशा दिखाए  वो अपने माँ के कोक पर गाली है।
स्कुल मे पढ़ाई जाने वाली किताबें हमारी सबसे अच्छी शिक्षक होती हैं।          बाजार मे मिलने वाले ग्रंथ धार्मिक किताबे भी गुरु ज्ञान से लिखी गई होती है माँ सरस्वति का आर्शिवाद होता है । ज्ञान देने वाली किताब से भी हमें ज्ञान अनुभव और नए विचार मिलते हैं। एक अच्छी किताब न सिर्फ हमारी सोच को विस्तार देती है बल्कि हमें जीवन के अलग अलग पहलुओं को समझने में मदद करती है।   
      सही किताब का चयन करना जरूरी है क्योंकि गलत किताबें हमें भटका भी सकती हैं।  रास्ता यानी हमारा जीवन पथ हमारे लक्ष्यों और सपनों को हासिल करने का माध्यम है।
      सही रास्ता वही है जो हमें हमारी मंजिल तक ले जाए लेकिन यह रास्ता हमेशा आसान नहीं होता। बहुत परेशानियां आती हैं इन रास्तो में इसमें  बाधाएं चुनौतियां और कभी-कभी असफलताएं भी आती हैं।
        मगर सही सोच के साथ हम इन सबका सामना कर सकते हैं।      सही रास्ता चुनने के लिए हमें खुद अपना मूल्य स्वयः लगाना है हमारी वैल्यू क्या है हमें शान्त मन से अपने सिद्धांतों और लक्ष्यों पर ध्यान देना होगा ।
 हमारी सोच ही वह शक्ति है जो हमारे जीवन को दिशा देती है। सकारात्मक और स्पष्ट सोच हमें आगे बढ़ने में मदद करती है जबकि नकारात्मक सोच हमें पीछे खींचती है।
 सही सोच का मतलब है समस्याओं को अवसर के रूप में देखना दूसरों के प्रति सहानुभूति रखना और हमेशा सीखने की इच्छा रखना।
        अगर हमारी सोच सही होगी तो हम सही दोस्त चुनेंगे सही किताबें पढ़ेंगे और सही रास्ते पर चलेंगे ।
 चारों का आपस में गहरा संबंध है।     एक अच्छा दोस्त  जिसके रूप अलग अलग हो सकते हैं ज्ञान जिससे भी मिला जिसने बुरै वक्त मे साथ दिया वह सच्चा दोस्त है वो ही सच्चा दोस्त है वही गुरु है           ज्ञान देने वाला हर व्यक्ति आपका सच्चा दोस्त है। रूप अलग हो सकता है  सही किताबें भी हमारा मार्ग सरल और जीवन जीने की कला ज्ञान की दिशा की ले जाते हैं ।   सही दोस्त सही दिशा सुझा सकता है ।                  सही किताबें हमारी सोच को बेहतर कर सकती हैं और सही सोच हमें सही रास्ते पर ले जा सकती है।
 इसलिए जीवन में संतुलन और सफलता के लिए इन सभी को सही रखना जरूरी है।
हनुमान जी का आशीर्वाद आप सब पर सदैव बना रहे।  हर हर महादेव जय कारा वीर बजरंगी हर हर महादेव । हिन्दू रक्षक दल 🙋

जीवन एक ऐसी यात्रा है जिसमें हर कदम पर नई चुनौतियाँ और अवसर मिलते हैं। इस यात्रा में धैर्य एक ऐसा गुण है जो हमें संतुलित रखता है और कठिन परिस्थितियों में भी सही निर्णय लेने में मदद करता है।
      धैर्य केवल इंतज़ार करने की कला नहीं है, बल्कि यह एक मानसिक शक्ति है जो हमें परिस्थितियों को समझने, उनसे सीखने और सही समय पर सही कदम उठाने की प्रेरणा देता है।
       जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियाँ आती हैं जब सब कुछ हमारे नियंत्रण से बाहर लगता है। चाहे वह नौकरी में तरक्की का इंतज़ार हो, किसी रिश्ते में समझदारी की उम्मीद हो, या फिर व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रक्रिया हो, धैर्य ही वह कुंजी है जो हमें हताश होने से बचाती है।
       धैर्य हमें यह विश्वास दिलाता है कि हर चीज़ का एक समय होता है और मेहनत का फल देर-सबेर मिलता है।
       धैर्य का मतलब यह नहीं कि हम निष्क्रिय होकर बैठ जाएँ। यह एक सक्रिय प्रक्रिया है जिसमें हम अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहते हैं, कठिनाइयों का सामना करते हैं और छोटी-छोटी असफलताओं से हार नहीं मानते।
       उदाहरण के लिए, एक किसान जो अपने खेत में बीज बोता है, उसे फसल उगने का इंतज़ार करना पड़ता है। वह इस दौरान खेत की देखभाल करता है, पानी देता है, खरपतवार हटाता है, लेकिन वह प्रकृति की प्रक्रिया को जल्दबाज़ी में नहीं बदल सकता।
       ठीक उसी तरह, जीवन में भी हमें अपने प्रयासों को निरंतर बनाए रखते हुए धैर्य से काम लेना होता है।
       आधुनिक युग में, जहाँ सब कुछ तुरंत चाहिए, धैर्य रखना और भी मुश्किल हो गया है। टेक्नोलॉजी ने हमें त्वरित परिणामों का आदी बना दिया है, लेकिन सच्चाई यह है कि कुछ चीज़ें समय माँगती हैं।
       रिश्तों में विश्वास, करियर में सफलता, या आत्मिक शांति पाने के लिए धैर्य आवश्यक है। जो लोग जल्दबाज़ी में निर्णय लेते हैं, वे अक्सर पछताते हैं, क्योंकि जल्दबाज़ी में लिए गए फैसले अधूरे विचारों पर आधारित होते हैं।
        धैर्य हमें भावनात्मक रूप से भी मज़बूत बनाता है। जब हम गुस्से, निराशा या तनाव जैसी भावनाओं को नियंत्रित करना सीखते हैं, तो हमारा मन शांत रहता है। यह शांति हमें बेहतर सोचने और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखने की क्षमता देती है।
        धैर्यपूर्ण व्यक्ति न केवल अपने लिए, बल्कि अपने आसपास के लोगों के लिए भी प्रेरणा बनता है।
        आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी धैर्य का विशेष महत्व है। कई धर्मों और दर्शन में धैर्य को एक महान गुण माना गया है। यह हमें जीवन की अनिश्चितताओं को स्वीकार करने और हर परिस्थिति में सकारात्मक रहने की शिक्षा देता है।
        धैर्य वह शक्ति है जो हमें यह समझने में मदद करता है कि हर रात के बाद सुबह होती है और हर तूफान के बाद शांति आती है।
        धैर्य जीवन को एक सुंदर लय देता है। यह हमें हर पल को जीने, उसका आनंद लेने और भविष्य की चिंता में खोने से बचने की सीख देता है।
      जो व्यक्ति धैर्य को अपनाता है, वह न केवल अपने लक्ष्यों को प्राप्त करता है, बल्कि एक संतुष्ट और सार्थक जीवन भी जीता है।
      इसलिए, जीवन की इस यात्रा में धैर्य को अपना साथी बनाएँ, क्योंकि यह वह दीपक है जो अंधेरे रास्तों को भी रोशन करता है।@
          मां भगवती मनसा देवी का आशीर्वाद आप सब पर सदैव बना रहे।  हर हर महादेव।

मनसा देवी मंदिर में मृतकों की संख्या 8 हो गई है। तीन और की स्थिति गंभीर है।
मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश तो हो गए हैं। दुर्घटना की तह तक जाने के लिए मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरो को सुरक्षित किए जाने की जरूरत है।
रात में एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि मंदिर में जाने के तीन रास्ते हैं और नीचे आने का एक ही रास्ता है। मंदिर परिसर में कई छोटे छोटे मंदिर भी बना दिए गए हैं जिनमे श्रद्धालुओं का घुमाया जाता है। भीड़ होने पर भी नीचे से लोगो  चढ़ते रहते हैं और उस रफ्तार में एक ही रास्ता होने के कारण नीचे नही जा पाते है। मंदिर ट्रस्ट ने अवैध रूप से गौशाला के नाम से पार्क में कब्जा किया दुकाने बनाई। उसी जगह पर दुर्घटना हुई शटर भी घक्का-मुक्की में टेडा हो गया। अवैध दुकानों में नारियल का गोदाम बना रखा है। नाम के लिए पार्क ने सील कर रखा है।

आखिर मनसा देवी पैदल मार्ग जहां कल दुर्घटना घटी काफी लोगों की मृत्यु हो गई कई लोग घायल हो गए वहां पर फैले हुए अतिक्रमण का जिम्मेदार कौन जो अतिक्रमण का जिम्मेदार है वही इन लोगों की मृत्यु का जिम्मेदार भी है

*मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में मानसा देवी व चण्डी देवी मन्दिर में श्रृदालुओं को समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराये जाने के लिए जिलाधिकारी मयूर एवं दीक्षित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल न किया स्थलीय निरिक्षण कर लिया व्यवस्थाओं का जायजा।*

*डीएम/एसएसपी ने मां मनसा देवी से हरकी पौड़ी तक पद यात्रा करते हुए किया निरीक्षण*

*दोनों मन्दिर के मन्दिर परिसर एवं पैदल मार्ग में अतिक्रमण को हटाने के दिये निर्देश।*

*मन्दिर परिसर में झूलते विद्युत तारों को हटाने के दिये निर्देश।*

*मन्दिर परिसर में श्रृदालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए सुव्यवस्थति ढंग से कराये जाए दर्शन।*

*मन्दिरों में श्रद्धालुओं के रुकने क्षमता का हो साइंटिफिक आंकलन*

*मन्दिर में श्रृदालुओं के दर्शन लिए व्यस्थायें सुव्यवस्थति ढंग से करने के लिए मन्दिर समिति पुलिस एवं वन विभाग एवं जिला प्रशासन के साथ संयुक्ति बैठक करने के दिये निर्देश।*

*मां मनसा देवी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाएं सुनिश्चित करने व भीड़ नियंत्रण हेतु श्रद्धालुओं की गणना के लिए एआई बेस कैमरे लगाने के निर्देश*

हरिद्वार 28 जुलाई 2025- मां मनसा देवी एवं चण्डी देवी में दर्शन करने आने वाले श्रृदालुओं को सुगमता से दर्शन करने एवं सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थति ढंग से करने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मनसा देवी का पैदल निरिक्षण कर मन्दिर समिति एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मनसादेवी का निरिक्षण करते हुए मन्दिर समिति के पदाधिकारियों को निर्देश दिये कि मन्दिर परिसर में जो भी दुकानें संचालित हो रही है उन दुकानों को तत्काल हटाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रथम तक में स्थापित दुकान को श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु बंद करते हुए बैठने की व्यस्था करने व प्राथमिक उपचार सम्बन्धी सुविधाएं विकसित करने को कहा।  उन्होंने मन्दिर समिति एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये है कि मन्दिर में आने वाले श्रृदालुओं को सुव्यवस्थति ढंग से दर्शन कराये जाने हेतु बैठक कर इसका प्लान तैयार कर ले।उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि मन्दिर परिसर में उपलब्ध स्थाने के अनुसार ही श्रृदालुओं के दर्शन कराया जाएं अनावश्यक भीड़ न लगने दी जाएं, श्रृदालुओं की संख्या सीमित कराई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पैदल मार्ग में किसी भी प्रकर का अतिक्रमण न हो ताकि श्रद्धालुओं के सरल सुगम आवागमन हेतु प्रॉपर स्थान मिले। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पुजारी व अन्य स्टाफ के वाह

जिम्मेदारी ही तो कोई लेने को तैयार नही है। सीबी सी आई  डी जाँच की पुरा शहर माँग करे तभी जिम्मेदारी से भागने वाला माँ मनसा मंदिर ट्रस्ट का सच सामने आयेगा साथ ही जिला प्रशासन वित्त नियंत्रक नगर मजिस्ट्रेट इनकी जिम्मेदारी CBi जांच बातायेगी                  मनसा देवी ट्रस्ट और  ना ही प्रशासन और  ना ही सरकार,,,, अब तो जनता  ही  जिम्मेदार लगती है।।                 ।।जय जयकार      हर हर महादेव जय श्री राम 

सीबी सीआई डी जांच की मांग करेगा हिंदू रक्षक दल मनसा देवी पैदल मार्ग पर हुआ हादसा बड़ा ही दुखद हादसा हैं इस हादसे को देखते हुए उत्तराखण्ड धामी सरकार से माँग करते है मां‌ मनसा देवी मंदिर को श्राइन बोर्ड में तब्दील किया जाए क्यों की मंदिर परिसर में किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं हैं ट्रस्टी अनिल शर्मा गठजोड़ गिरोह मदिर में दान चंदे नकदी चढावे की चोरी ट्रस्टियों द्वार निजी उपयोग मे की जा रही है बार बार शिकायत प्रशासन के देने के बाद भी नकदी चढ़ावे की चोरी का खेल सबको अपनी जैब गर्म करने से मतलब हैं 🙋 पैसे दो तिलक लगेगा   पैदल मार्ग  पर पानी कीं व्यवस्था नहीं है और  पैदल मार्ग पर दोनों तरफ जाल की व्यवस्था भी नहीं है  पैदल मार्ग पर जानवरों का खतरा भी  है  मंदिर में इतना चढ़ावा आ रहा है  सोना चांदी हीरे जवाहरात आभूषण नकदी छत्तर चुनरी कपड़े मंदिर मे चढने वाला नारियल को फिर बैच देने वाला अनिल शर्मा ट्रस्टी दान की  नकद चोरी नारियल का कारोबार करने वाला ट्रस्टी अनिल शर्मा और मंदिर से जुडे लोग इस भगदड़ के जिम्मेदार है , प्रशासनिक समिति भी उच्च न्यायालय के आदेश का पालन नही कर रही है ट्रस्टियों का गठजोड़ गिरोह अपनी जैब गरम करने में लगा था लेकिन यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी व्यवस्था होती प्रशासनिक समिती और मंदिर मे चन्दे की लूट करने वाला गैंग जिम्मेदार है।   

भारत में 10 ग्राम सोने के दाम 1.30 लाख रुपए तक जा सकते हैं।

विदेशी इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने ये अनुमान जारी किया है। हालांकि, ऐसा तभी होगा जब ट्रेड वॉर और मंदी का रिस्क बहुत ज्यादा बढ़ जाए।

उन स्थानों से जो मंदिर परिसर और मंदिर जाने के रास्ते पर अवैध अतिक्रमण प्रशासन और वन विभाग द्वारा लगाया गया है सेअवैध वसूली होती है बिना किसी प्रस्ताव पास अनिल शर्मा ट्रस्टी है सिर्फ दान चन्दा मन्दिर मे चढने वाले आभूषण  हीरे जवाहारात सोना चान्दी नारियल सब समेटना फिर मार्किट बैचना ! सीबी सीआई डी जांच करानी है। पैदल मार्ग हादशे का जिम्मेदार कौन है ?