समन्दर सारे शराब होते तो , सोचो कितना बवाल होता ।
हकीकत सारे ख्वाब होते तो , सोचो कितना बवाल होता ।।
किसी के दिल में क्या छुपा है , ये बस खुदा ही जानता है ।
दिल अगर बेनकाब होते तो  , सोचो कितना बवाल होता ।।
थी खामोशी हमारी फितरत में , तभी तो बरसों निभा गए l
अगर मुंह में हमारे जुबां होती तो ,सोचो कितना बवाल होता।।
हम तो अच्छे थे पर लोगों की नजर में सदा बुरे ही रहे ।
कहीं सच में हम बुरे होते तो , सोचो कितना बवाल होता।।

आज फिर से एक ह्रदय विधायक घटना हरिद्वार के सती कुंड के पास हुई जिसमें एक परिवार ने अपने होनहार बालक को खो दिया एक डंफर ने बच्चे को कुचल दिया परिवार की पीड़ा को शब्दों ने बयां नहीं किया जा सकता ! हां एक तरफ हरिद्वार में चारों तरफ पुलिस हेलमेट चैकिंग अभियान में लगी है वहीं दूसरी और बेलगाम वाहन लोगों को कुचल रहे हैं यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाती है !
हरिद्वार के बस स्टेन्ड को जगजीतपुर ले जाने की खबरें आए दिन आती रहती हैं सरकार के नुमान्दों ने पैमाइश भी करी है उत्तराखंड राज्य सरकार को यह ध्यान देना चाहिए कि जगजीतपुर रोड़ पर छोटे बड़े दर्जनों स्कूल कालेज हैं जहां पर बच्चों का आवागमन रहता है यदि जगजीतपुर में बस स्टेन्ड बनाया जाता है तो बच्चों के जीवन पर खतरा मंडराता रहेगा न जाने कितने घरों के चिराग समय से पहले बुझ जायेंगे !
  परमपिता परमेश्वर दिवंगत बच्चे को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं परिवार को इस असीम दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें 🙏

सेवा मे                       श्री उपाध्यक्षा महोदया / – :  लोक सूचना अधिकारी / – :     हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्वार     विषयः सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अन्तर्गत अवलोकन कराये जाने के संबंध में !   महोदयसादर अनुरोध है कि नोटिस संख्या /    HRDA /  CC / 0094 / 2024 -2025 R E 1 सौरभ सिंघल आर्यनगर नगर चौक ज्वालापुर हरिद्धार UCM S/ HRD A / C / 1402 / 2024 गंगा सर्विस स्टेशन के लभभग सामने आर्या नगर चौक ज्वालापुर हरिद्वार कृपया फाईल का अवलोकन कराये जिन पृष्ठ की आवश्यकता होगी शुल्क जमा कर प्राप्त कर लिया जायेगा अवलोकन कराये !                  प्रार्थी नवीन अग्रवाल कनखल – हरिद्धार – -ः

हेप्पी दिवाली             2025    आपका विज्ञापन NEWS 100 का साथ –            आपको शुभ दीपावली की हाद्धिक शुभकामना    आपका विज्ञापन आपका साथ सहयोग हमेशा हमारे साथ रहा है। आशा यही माँ लक्ष्मी भगवान श्री गणेश जी से करते है जब तक जीवन है। शुभ कामना संदेश के साथ हर पल हर क्षण आपका साथ हमारा विश्वास बना रहे । 2025 दिवाली के शुभ अवसर पर आपका विज्ञापन ही हमारे चेनल की दशा और दिशा को मजबूती प्रदान करता चला आया है। आपका सहयोग ही हमारी जीवन की मजबूती चैनल का मजबूत स्तम्भ है। धन्यवाद  .           सहयोग राशि      हस्ताक्षर             सहयोग – 10 . 000 – 20 .000 –  30 . 000 – 50 000 एक वर्ष तक !

® पता नहीं क्यों पिताजी हमेशा पिछड़ रहे हैं। ®. माँ की तपस्या 9 महीने की होती है! पिताजी की तपस्या 25 साल तक होती है, दोनों बराबर हैं, मगर फिर भी पता नहीं क्यों पिताजी पिछड़ रहे हैं। ®. माँ परिवार के लिए भुगतान किए बिना काम करती है, पिताजी भी अपना सारा वेतन परिवार के लिए ही खर्च करते हैं, उनके दोनों के प्रयास बराबर हैं, फिर भी पता नहीं क्यों पिताजी पिछड़ रहे हैं। ®. माँ आपको जो चाहे पकाती है, पिताजी भी आप जो भी चाहते हैं, खरीद देते हैं, प्यार दोनों का बराबर है, लेकिन माँ का प्यार बेहतर है। पता नहीं क्यों पिताजी पिछड़ रहे हैं। ®. जब आप फोन पर बात करते हैं, तो आप पहले मॉम से बात करना चाहते हैं, अगर आपको कोई चोट लगी है, तो आप ‘मॉम’ का रोना रोते हैं। आपको केवल पिताजी की याद होगी जब आपको उनकी आवश्यकता होगी, लेकिन पिताजी को कभी बुरा नहीं लगता कि आप उन्हें सदैव और हर बार याद नहीं करते? जब पीढ़ियों के लिए बच्चों से प्यार प्राप्त करने की बात आती है, तो कोई यह नहीं जानता कि पिताजी क्यों पिछड़ रहे हैं। ®. अलमारी बच्चों के लिए रंगीन कपड़ों व साड़ियों और कई कपड़ों से भरी होगी लेकिन पिताजी के कपड़े बहुत कम हैं, वह अपनी जरूरतों के बारे में परवाह नहीं करते हैं, फिर भी यह नहीं जानते कि पिताजी क्यों पिछड़ रहे हैं। ®. माँ के पास सोने के कई गहने हैं, लेकिन पिताजी के पास केवल एक अंगूठी है जो उनकी शादी के दौरान दी गई थी। फिर भी माँ को कम आभूषण की शिकायत हो सकती है और पिताजी को नहीं। अभी भी नहीं पता कि पिताजी क्यों पिछड़ रहे हैं। ®. परिवार की देखभाल करने के लिए पिताजी अपना सारा जीवन बहुत परिश्रम करते हैं, लेकिन जब मान्यता प्राप्त करने की बात आती है, तो पता नहीं क्यों वह हमेशा पीछे रह जाते है। ®. माँ कहती है, हमें इस महीने कॉलेज ट्यूशन का भुगतान करने की आवश्यकता है, कृपया त्योहार के लिए मेरे लिए एक साड़ी न खरीदें, जबकि पिताजी ने अपने नए कपड़ों के बारे में तो कभी सोचा भी नहीं। दोनों का प्यार बराबर है, फिर भी पता नहीं क्यों पिताजी पिछड़ रहे हैं। ®. जब माता-पिता बूढ़े हो जाते हैं, तो बच्चे कहते हैं, माँ घर के कामों में कम से कम मदद करती हैं, लेकिन वे कहते हैं, पिताजी बेकार हैं। घर में फालतू पड़े रहते हैं। ® पिताजी पीछे हैं (या थे सबसे पीछे) क्योंकि वह परिवार की रीढ़ हैं।उसकी वजह से हम अपने दम पर खड़े हो पा रहे हैं। ® शायद, यही कारण है कि वह पिछड़ रहे हैं …. !!! क्योंकि रीढ़ ही शरीर को साधे रहती है मगर वो सबसे पीछे होती है रवि भूषण चावला [एडवोकेट]

पहाड़ी बाजार कनखल में रोज का काम हो गया है जल विभाग का सुबह 7:00 बजे पानी आता है 9:30 बजे चला जाता है और बिजली वालों के तो क्या कहें सुबह 7:00 बजे लाइट भाग जाती है 10:00 बजे तक आ रही है 11:00 बजे चली आएगी 12:00 बजे आ रही है किसी को काम धंधे पर जाना है महिलाओं को घर का काम करना है कमाल है इन विभागों को कोई कहने सुनने वाला नहीं है शायद और कहने को क्या हम सबको पता है कि कनखल के चारों ओर पानी ही पानी है वह भी स्वच्छ बिजली भी यही बनती है चिल्ला पावर डैम में तब भी

लो जी नई लकड़ी आ गई…… #BKTC अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी को कपाट बंद होने से पहले हटाने की मांग हो गई….. केदार सभा ने सीएम Pushkar Singh Dhami को लिखा पत्र 🙏🏻💬👏 #badrikedarmandirsamiti #kedarsabha #kedarnath #communitysupport #story #mandirsamiti