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जगजीतपुर शराब का ठेका हटाने को एडवोकेट कमल भदोरिया ने मुख्यमंत्री से की मांग । News 100
हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण से ग्रामीण इलाके के आबादी वाले क्षेत्रों में मकान बनाने के लिए अब नक्शा नहीं पास कराना होगा। लोग बिना नक्शे के ही अपना मकान बना सकेंगे। प्राधिकरण की गुरुवार को 84वीं बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि नगर निकाय क्षेत्र की सीमा से बाहर बसे गांवों के पुराने आबादी वाले क्षेत्रों (श्रेणी छह (2) की भूमि) पर बने या बनने वाले मकानों को अब मानचित्र स्वीकृति कराने की जरूरत नहीं होगी।
सेवा में                         श्री मान सहायक अभियन्ता   हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्वार  /     विषय   : श्री  प्रेमसिंह रावत  ग्राम कागड़ी जिला हरिद्वार द्वारा बिना नक्शा पास बनाया कौर्मिशियल निर्माण व रेस्टोरेन्ट जाँच कर ध्वस्ति करण किये जाने की मांग !  महोदय   विन्रम निवेदन है , ग्राम कांगड़ी शयामपुर मुख्यरोड पर  manat DHAWA नाम से बहुत बड़ा निर्माण सड़क का अतिक्रमण , किसी भी सहकारी महकमें से कोई NOC नही ली गई  फूट सप्लाई विभाग की NOC नही विभाग की घटिया कई दिनो का बासी व्यंजन जो फ्रिज मे रखा जाता है ग्राहको को परोस रहें हैं। सबसे बड़ी बात है हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्वार से मानचित्र          स्विकृत नही है। स्थलिय निरीक्षण (जाँच ) कर सील किया जाना जनहित मे हमारी प्रार्थना है , न्यायालय के दरवाजे तो खुल्ले यदि आप इस अवैध निर्माण पर कार्यवाही नही करेंगे।  आप अपनी इमानदारी से विधिवद कार्रवाई करें,  (1) PWD की NOC – (2) स्वास्थ्य विभाग की NOC – (3 )
सेवा मे श्री मान मुख्य सचिव महोदय देहरादून                                               श्री मान शहरी आवास सचिव महोदय देहरादून                                                                                                  श्री मान उपाध्यक्ष महोदय               हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्वार   विषय : भवन स्वामी द्वारा सभी नियमों की धज्जिया उडाते हुए  कौर्मिशियल निर्माण सील किये जाने के संबंध में !   महोदय            निवेदन है कि हरिद्धार जनपद मे बिल्डिंग बायलाज की उड़ाई जा रही    हैं ।              धज्जियां अतिक्रमण कर भवन स्वामी बायलाज का उल्लघन कर कौर्मिशियल भवन का निर्माण कर HRDA के नियमों का पालन नही कर अवैध निर्माण कर रहे हैं। व्यवसायिक निर्माण 60 – – 40  का जो रेशो है पालन करें।                              महोदय सादर अरोध है कि भ्रष्ट्राचार के चलते सभी मानक और नियमों की धज्जियाँ उड़ा दी गई ।   शंकर आश्रम ज्वालापुर हरिद्वार  मे अवैध निर्माण    श्री मति राका गर्ग द्वारा अवैध निर्माण किया गया है मानचित्र जो HRDA विभाग दिया गया है उसके विपरित्त निर्माण का होना कई सवाल पैदा करता है । विभाग को बार – बार शिकायते देने के बाद भी अवैध निर्माण किया गया विभाग के नियमों का पालन ना करना साईड बैक कवर्ड कर निर्माण किया जाना प्राधिकरण के नियमों की खुल्ले आम धज्जियां उडाते हुए अवैध निर्माण किया गया है,   सहायक अभियन्ता द्वारा मोटी जेब गरम हुई जो अवैध निर्माण सील नही हुआ और मानचित्र के विपरित्त कौर्मिशियल निर्माण हो रहा है। सहायक अभियन्ता को स्थलिये निरीक्षण के लिये आदेश किये जायें आन्यथा पहाड़ी महिला सभा धरण प्रदर्शन कर प्राधिकरण का भ्रष्टाचार उजागर करेंगे।     सब जिम्मेदारी आपकी होगी !   अस्पताल बनाने के नियम क्या क्या है आप नियमों से अनुमति प्रदान करें।                            चारो तरफ से 100 % कर्वड कर निर्माण जो होस्�

पत्नी को लेकर बाजार गया था। रास्ते में कुछ काम से वह गाड़ी से उतरी और मैं अंदर ही बैठा रहा। उसी वक्त मेरे मोबाइल पर एक मैसेज आया। मैसेज खोलकर देखा तो पचास हजार रुपये किसी ने भेजे थे।

मैं अचंभित था! कौन इतना दरिया दिल है भाई, जो इस कड़की में मुझे पैसे भेज रहा है? दिल तेजी से धड़कने लगा। सोचने लगा – कहीं कोई गलती से तो पैसे नहीं भेज गया?

तीन महीने से घर की हालत खराब चल रही थी। नौकरी चली गई थी, और नया काम शुरू करने के लिए पूंजी भी नहीं बची थी। ऊपर से EMI, बच्चों की फीस, और रसोई का खर्चा—सब कुछ बोझ बन चुका था।

पत्नी वापस आई, तो मैंने उससे कुछ नहीं कहा। बस चुपचाप मोबाइल फिर से देखा—मैसेज में लिखा था: “For the faith you showed when I needed it most – R.”

“R?” कौन है ये R?

रात को नींद नहीं आई। दिमाग उसी मैसेज में अटका था। ‘R’… कहीं रोहित तो नहीं?

रोहित मिश्रा, मेरा एक पुराना दोस्त। कॉलेज में साथ पढ़ते थे। उसकी हालत तब मुझसे भी खराब थी। एक बार वो आत्महत्या तक करने वाला था, जब मैंने उसे एक लंबा लेटर लिखा था, समझाया था कि जिंदगी यूं खत्म करने की चीज नहीं है।

उसे कुछ पैसे भी दिए थे, जो मेरे पास मुश्किल से थे। वो तब बंगलौर चला गया था और फिर कभी संपर्क नहीं हुआ।

क्या वही रोहित है?

सुबह होते ही मोबाइल फिर से बजा। स्क्रीन पर वही नंबर।

“Hello?” मैंने थोड़े संदेह और थोड़े उत्साह से कहा।

दूसरी तरफ से आवाज आई—”भाई… ये रकम बहुत छोटी है उस भरोसे के सामने जो तुमने मुझ पर किया था। मैं आज जो भी हूँ, तुम्हारी वजह से हूँ।”

“तू रोहित है?”

“हां भाई… रोहित। और आज मैं चाहता हूँ, तुझमें वही भरोसा लौटाऊँ जो तूने मुझ पर किया था।”

मेरे गले में कुछ अटक गया। आँखें नम हो गईं। पैसे मिलना खुशी की बात थी, पर किसी ने विश्वास लौटाया, यह उससे भी बड़ी बात थी।

जब पत्नी को बताया, तो वह मुस्कराई और बोली, “अब समझ में आया, क्यों मैं जब भी कहती थी कि किसी की मदद करना बेवकूफी है, तो तुम कहते थे – ‘कभी-कभी बेवकूफी ही सबसे बड़ा निवेश होती है।'”

मैंने उसका हाथ थामा और कहा, “शायद हमें फिर से शुरुआत करनी चाहिए।”

“कहाँ से?”

“उस भरोसे से… जिससे मैंने रोहित को खड़ा किया था।”

हमने मिलकर घर के एक कोने से शुरुआत की—पत्नी को बेकिंग का शौक था, और मुझे मार्केटिंग आती थी। हमने मिलकर एक होम-बेकरी शुरू की।

हर दिन की एक बिक्री, एक ग्राहक, एक मुस्कान—धीरे-धीरे सब कुछ बदलता गया।

बिजनेस बढ़ा, सोशल मीडिया पर ऑर्डर आने लगे। हमने ब्रांडिंग की, पैकेजिंग पर ध्यान दिया और “Bharosa Bites” नाम से एक ऑनलाइन बेकरी बना दी।

लोग पूछते थे – नाम क्यों ऐसा?

मैं हर बार मुस्कराकर कहता—“क्योंकि एक समय भरोसे की वजह से मेरी दुनिया बदल गई थी।”

सीख – कभी मत सोचो कि तुम्हारा छोटा सा काम बेकार है

दो साल बाद, जब हम एक बड़ी बेकरी खोल रहे थे, तब मैंने दुकान के एक कोने में एक फ्रेम लगवाया—जिसमें वो मैसेज था:

“For the faith you showed when I needed it most – R.”

हर ग्राहक जब उसे पढ़ता, तो कुछ देर रुककर सोचता।

और यही था मेरा मकसद।

हम अक्सर सोचते हैं कि हमारे छोटे-छोटे कामों का क्या असर होगा। पर यह कहानी सिखाती है कि हर छोटी मदद, एक बीज की तरह होती है। समय आने पर वही बीज वटवृक्ष बन जाता है—हमारे लिए भी, और दूसरों के लिए भी।

इसलिए कभी किसी पर भरोसा करने से डरना मत।

कभी किसी की मदद करने से झिझकना मत।

कभी किसी की तकलीफ देखकर आंखें मत मूंदना।

क्योंकि क्या पता, कल वही “R” बनकर तुम्हारे जीवन में रोशनी लाए।
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#साभार #फेसबुक #followerseveryone .

सेवा मे                          श्री मान  सचिव महोदय हरिद्धार रुड़की विकास प्राधिकरण हरिद्वार        विषयः दिनांक 0 8 / 08 /2025 को की गई शिकायत क्या ठण्डे बस्ते मे डाल दी गई या कोई कार्यवाही की गई पुनः जांच कर कार्रवाई किये जाने की मांग !   महोदय सादर अनुरोध है कि दिनांक 8 / 8/ 25 को अवैध निर्माण राका गर्ग UC MS / HRDA / C / 0932 /  2024 /    यह वह निर्माण है जिसमे भ्रष्टाचार 100% किया गया ना कोई साईड बैक ना कोई पार्किंग ना ही फायर फैडिंग के एक्यूपमेन्ट  ना ही PWD  और नगर निगम के बायलाज का पालन HRDA के नियमों मानको की हवा निकाल  गई भारतीय संविधान के विरुद्ध हमारे मोलिक अधिकारों का स्पष्ट उल्लघन किया जा रहा है।  O टोलरेन्स क्या मोदी जी का कहना झूठ है। आपको शिकायत की जाती है सचिव सहाब हमारे मानवाधिकारों का उल्लघन कब तक होगा शहर अतिक्रमण की चपेट मे है क्या आपका कोई भी कर्तव्य नही है कि आप अवैध निर्माणों को रोके – आवास विकास कालोनी रानीपुर मोड़ – प्रेम नगर आश्रम के सामने आवासिये कालोनी ,   गोविन्दपुरी आवासिय कालोनी , श्रवण नाथ नगर हरिद्धार श्रद्धा पुरम ,                      सत्यम विहार कालोनी भूपत वाला , खड़खड़ी आपका विभाग क्या इसलिये बना है आप अतिक्रमण करने वालो को खुल्ली झूठ दें ।           विभाग मे शिकायत करने के बाद कार्यवाही क्यों नही होती । 

04 / 09 / 2025    /   सेवा मे श्री मान सचिव महोदय   . हरिद्धार विकास प्राधिकरण हरिद्वार        विषय :   UCM S/ HRDA /  R /  O 5 8 4 / 2024 (मायापुर ) हरिद्वार   जाँच कर ध्वस्ति करण करायें जाने की मांग ! महोदय निवेदन  है कि श्री मति नीना सिंघल द्वारा जो निर्माण किया गया है वह मानचित्र जो आपके विभाग मे दिया गया उसके विपरित्त मौके पर बनाया गया है। . आप इस निर्माण का स्थलिये निरीक्षण के आदेश करें आपसे प्रार्थना है कि यह निर्माण झूठा स्पथ पत्र दिया गया है मौके पर निर्माण होटल का किया जा रहा है आवेदन आवासिये का किया है  , जो कानूनन झूठ में अपराध है। 420 मे मुकदमा बनता है। अवैध निर्माण के विरुद्ध सील और ध्वस्ति करण की कार्यवाही होनी चाहिये UCM S/HARDA / R / 0584  /2024  कार्यवाही किये जाने की प्रार्थना करते है। जांच कार्यवाही की जानकारी शिकायत कर्ता को भी दी जाये !    धन्यवाद       प्रार्थी  नवीन अग्रवाल / H .N – 25O बैरागी कैम्प कनखल हरिद्वार 24 94 08

सेवा मे                           श्री मान वरिष्ठ पुलिस पुलिस अधिक्षक महोदय हरिद्वार

विषयः बजरंगी ईरिक्शा युनियन ही रजिस्ट्र ड युनियन ‘ अनुज वालिया की अध्यक्षता मे जो बैठक दिखाकर खबर छपपी है…

यह एक दिलचस्प सवाल है! जब कोई व्यक्ति शक्तिशाली, प्रभावशाली और लोकप्रिय होता है, तो अक्सर दो तरह की प्रतिक्रियाएं होती हैं:

एक तरफ, लोग उनकी प्रशंसा करते हैं, उनके साथ जुड़ने की कोशिश करते हैं और उनकी लोकप्रियता का हिस्सा बनना चाहते हैं। यह इसलिए हो सकता है क्योंकि लोग उनकी उपलब्धियों, उनके काम या उनके व्यक्तित्व से प्रभावित होते हैं।

दूसरी तरफ, कुछ लोग उनसे चिढ़ सकते हैं या उनके प्रति नकारात्मक भावनाएं रख सकते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं:

1. *ईर्ष्या*: कुछ लोग ईर्ष्या महसूस कर सकते हैं क्योंकि वे खुद को उस व्यक्ति की तुलना में कमजोर या असफल मानते हैं।
2. *असहमति*: कुछ लोग उस व्यक्ति के विचारों, नीतियों या कार्यों से असहमत हो सकते हैं और इसलिए उनके प्रति नकारात्मक भावनाएं रखते हैं।
3. *व्यक्तिगत मुद्दे*: कुछ लोगों के व्यक्तिगत मुद्दे या समस्याएं हो सकती हैं जो उन्हें उस व्यक्ति के प्रति नकारात्मक बनाने के लिए प्रेरित करती हैं।

आपके प्रश्न के संदर्भ में, घटिया मानसिकता के लोग उस व्यक्ति से चिढ़ते हैं क्योंकि हो सकता है कि वे अपनी असफलताओं या कमियों को उस व्यक्ति की सफलता के लिए जिम्मेदार मानते हों। या फिर वे उस व्यक्ति के प्रभाव और लोकप्रियता से खतरा महसूस कर सकते हैं।

यह भी संभव है कि उन लोगों की नकारात्मकता उस व्यक्ति के कार्यों या व्यवहार के कारण हो जो उन्हें पसंद नहीं आते हैं। बहरहाल, यह एक जटिल मुद्दा है और इसके कई पहलू हो सकते हैं।

यह एक दिलचस्प सवाल है ।! जब कोई व्यक्ति शक्तिशाली, प्रभावशाली और लोकप्रिय होता है, तो अक्सर दो तरह की प्रतिक्रियाएं होती हैं:

एक तरफ, लोग उनकी प्रशंसा करते हैं, उनके साथ जुड़ने की कोशिश करते हैं और उनकी लोकप्रियता का हिस्सा बनना चाहते हैं। यह इसलिए हो सकता है क्योंकि लोग उनकी उपलब्धियों, उनके काम या उनके व्यक्तित्व से प्रभावित होते हैं।

दूसरी तरफ, कुछ लोग उनसे चिढ़ सकते हैं या उनके प्रति नकारात्मक भावनाएं रख सकते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं:

1. *ईर्ष्या*: कुछ लोग ईर्ष्या महसूस कर सकते हैं क्योंकि वे खुद को उस व्यक्ति की तुलना में कमजोर या असफल मानते हैं।
2. *असहमति*: कुछ लोग उस व्यक्ति के विचारों, नीतियों या कार्यों से असहमत हो सकते हैं और इसलिए उनके प्रति नकारात्मक भावनाएं रखते हैं।
3. *व्यक्तिगत मुद्दे*: कुछ लोगों के व्यक्तिगत मुद्दे या समस्याएं हो सकती हैं जो उन्हें उस व्यक्ति के प्रति नकारात्मक बनाने के लिए प्रेरित करती हैं।

आपके प्रश्न के संदर्भ में, घटिया मानसिकता के लोग उस व्यक्ति से चिढ़ते हैं क्योंकि हो सकता है कि वे अपनी असफलताओं या कमियों को उस व्यक्ति की सफलता के लिए जिम्मेदार मानते हों। या फिर वे उस व्यक्ति के प्रभाव और लोकप्रियता से खतरा महसूस कर सकते हैं।

यह भी संभव है कि उन लोगों की नकारात्मकता उस व्यक्ति के कार्यों या व्यवहार के कारण हो जो उन्हें पसंद नहीं आते हैं। बहरहाल, यह एक जटिल मुद्दा है और इसके कई पहलू हो सकते हैं।

किसी￰ बाजार में एक चिड़ीमार तीतर बेच रहा था। उसके पास जाली वाले बक्से में बहुत सारे तीतर थे और एक छोटे से बक्से में सिर्फ एक तीतर था। किसी #ग्राहक ने उससे पूछा एक तीतर कितने का है? तो उसने जवाब दिया, एक तीतर की कीमत 40 रूपये है।

ग्राहक ने दूसरे बक्से में जो नन्हा तीतर था उसकी कीमत पूछी तो #तीतर वाले ने जवाब दिया। अव्वल तो मैं इसे बेचना ही नहीं चाहूंगा, लेकिन अगर आप लेने की जिद करोगे तो इसकी कीमत 500 रूपये होगी।

ग्राहक ने आश्चर्य से पूछा, इसकी कीमत 500 रुपया क्यों? इस पर तीतर वाले का जवाब था, ये मेरा अपना पालतू तीतर है। और दूसरे तीतरो को जाल में फसाने का काम करता है और दूसरे सभी फंसे हुए तीतर है। ये चीख पुकार करके दूसरे तीतरो को बुलाता है और दूसरे तीतर बिना सोचे समझे एक जगह जमा हो जाते है और फिर मैं आसानी से शिकार कर पाता हूँ। इसके बाद फंसाने वाले तीतर को उसके मन पसंद की खुराक दे देता हूँ, जिससे ये खुश हो जाता है बस इस वजह से इसकी कीमत ज्यादा है।

बाजार में एक समझदार आदमी ने उस तीतर वाले को 500 रूपये देकर उस तीतर की सरे #बाजार गर्दन मरोड़ दी।

किसी ने पूछा: आपने ऐसा क्यों किया ?
उसका जवाब था: ऐसे #दगाबाज को जिन्दा रहने का कोई हक़ नहीं जो अपने मुनाफे के लिए अपने #समाज को फंसाने का काम करे और अपने ही लोगो को धोखा दे।

साथियों ये कहानी हमारे समाज के कुछ #दलालों पर 100% सही साबित होती दिख रही हैl 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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